डोली एक गृहिणी है जोकि आजकल अपनी एक आदत से बेहद परेशान है. वह न चाह कर भी अपनी भूख पर कंट्रोल नहीं कर पा रही है. इस कारण अब उसे मोटापे का तो सामना करना पड़ ही रहा है, साथ ही, उसे सिरदर्द, पेटदर्द व तनाव की समस्या भी रहने लगी है. वहीं, कभीकभी हम सभी के साथ अकसर ऐसा होता है कि हम खाना खाने के बाद भी अजीब सी भूख से परेशान रहते हैं या अचानक से कुछ खाने की लालसा जाग उठती है.

किसी विशेष पदार्थ को खाने की लालसा सिर्फ आप की इच्छा ही नहीं होती है बल्कि यह संकेत होता है की आप के अंदर किसी पौष्टिक पदार्थ की कमी हो रही है जिस का कारण हमारे शरीर या जीवनशैली में विशेष पोषक तत्त्वों की कमी होता है.

वास्तव में एक संतुलित आहार हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है. यदि इस में असंतुलन हो जाता है तो यह हमारे शरीर पर नकरात्मक प्रभाव डालता है. कभी अचानक से मीठा खाने का, तो कभी नमकीन, खट्टा, चटपटा या तलाभुना खाने की ललक होती है. सो, जरूरी है कि आप को अपनी इस बढ़ती भूख का सही कारण पता हो जिस से आप जल्दी ही नजात पा सकें.

नमक

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर रोज 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि हमारे मूत्र, रक्त और पसीने में भी सोडियम शामिल होता है. इस के अधिक सेवन से हाई ब्लडप्रैशर, किडनी की समस्या, दिल का दौरा या स्ट्रोक विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है. इस स्थिति के कई कारण भी हो सकते हैं, जैसे-

  • हमारे शरीर में लवण और खनिजों के स्तर बिगड़ने से पोटैशियम, कैल्शियम या आयरन की कमी का आना.
  • ज्यादा पेशाब और पसीना आना.
  • नमक खाने का आदी (लत) होना.
  • एडिसन बीमारी का होना. इस में अवसाद, चिड़चिड़ापन अत्यधिक थकान, भूख की कमी, वजन का कम होना, कम रक्तचाप, मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी, मतली, दस्त, उलटी की समस्या हो सकती है.

आदतों में करें बदलाव

  • सफेद नमक की जगह काले नमक का प्रयोग करें.
  • भोजन में ऊपर से नमक न डालें.
  • सलाद या फल बिना नमक के खाएं.

मीठा खाने की लालसा

मीठा खाने से एनर्जी तो मिलती है लेकिन जरूरत से ज्‍यादा ग्‍लूकोज आप को बीमार बना सकता है. यह दिल की समस्या, मोटापा, स्किन प्रौब्लम, डायबिटीज, ब्रेन से जुड़ी समस्‍या, फैटी लिवर जैसी बीमारियों से ग्रस्त कर सकता है, इसलिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है.

कारण

  • भोजन में कार्बोहाईड्रेट की मात्रा ज्यादा लेना.
  • खराब पाचनतंत्र.
  • शरीर में पानी की कमी होना.

आदतों में करें बदलाव

  • अपने दांतों की अच्छे से सफाई करें.
  • रोजाना वर्कआउट करें.
  • खाने से पहले फल खा लें.
  • खाना खाने के आधे घंटे बाद पानी पिएं. इस से भी मीठे की तलब को कम किया जा सकता है.

तलाभुना खाने की लालसा

यदि आप को तलाभुना खाने की इच्छा हो रही है तो इस का मतलब है आप के शरीर में आवश्यक फैटी एसिड ओमेगा-3 और ओमेगा-6 की कमी हो रही है. कभीकभी मौसम में हो रहे बदलाव के कारण भी यह इच्छा बढ़ जाती है लेकिन वसायुक्त भोजन शारीरिक व मानसिक बीमारियों से ग्रस्त कर सकता है, इसलिए इस पर काबू पाना बहुत जरूरी है.

आदतों में करें बदलाव

  • भोजन में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाएं.
  • नट्स, जैसे काजू, मूंगफली का सेवन करें.
  • व्यायाम अवश्य करें, इस से तनाव से भी राहत मिलेगी.
  • रात में तलाभुना न खाएं, इस से एसिडिटी की परेशानी हो सकती है.

खट्टा खाने की लालसा

खट्टे स्वाद की बढ़ती ललक बताती है कि आप का पाचनतंत्र निर्जलित है. यदि आप का जिगर (लिवर) कमजोर है तो भी खट्टे खाने की तीव्र इच्छा होती है. लेकिन लिवर से संबंधित परेशानी में खट्टी चीजों से परहेज करना चाहिए. ज्यादा खट्टा खाने से क्रोध और ईर्ष्या भावना उत्तेजित होती है जिस से मानसिक तनाव भी बढ़ता है.

आदतों में करें बदलाव

  • पानी का सेवन अधिक करें.
  • दूसरे आहार डाइट में शामिल करें.
  • दही, खट्टा क्रीम, सिरका, अचार या जंक फूड जैसे पदार्थों से परहेज करें.
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