सवाल
मेरा कालेज का लास्ट ईयर है. कालेज में ही जौब प्लेसमैंट हो गया है और कालेज कंप्लीट होने के बाद मेरी जौब लग जाएगी. मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मैं अपने बलबूते पर कुछ कर पाऊंगी.
मेरे पापा की डैथ मेरे बचपन में ही हो गई थी. मम्मी ने मुझेबहुत प्यार से पाला है, मेरा हर तरह से ध्यान रखा है. मैं ने अपने अलावा मम्मी को किसी और के लिए ध्यान करते कभी देखा ही नहीं. लेकिन कुछ दिनों पहले मम्मी मार्केट जाते वक्त अपना मोबाइल घर भूल गईं और मैं घर पर थी. मोबाइल बजा तो मैं ने कौल रिसीव कर ली. दूसरी तरफ से एक आदमी की आवाज आई जो मुझेमम्मी सम?ा कर जो कुछ बोला, सुन कर मेरे पैरोंतले जमीन खिसक गई.
उस दिन से मैं बहुत अपसैट हूं. मम्मी का बौयफ्रैंड हो सकता है, मैं सपने में भी सोच नहीं सकती थी. मैं अपने पापा के सिवा किसी और को मम्मी के साथ कैसे देख सकती हूं. मैं मम्मी को अपना आइडियल मानती हूं लेकिन अब सब धोखा सा लग रहा है. बहुत बैचेन हूं, क्या करूं?
जवाब
ये कैसी बातें कर रही हैं आप, वह भी अपनी मां के लिए, जिस ने अपनी पूरी उम्र सिर्फ और सिर्फ आप को बड़ा होने, काबिल बनाने के लिए लगा दी, उस की दुनिया सिर्फ आप के इर्दगिर्द घूमती रही और जिसे आप भी अपना आइडियल मानती हैं.
एक दिन आप को पता चलता है कि मम्मी का ब्रौयफ्रैंड है तो वे एकदम आप की नजरों से गिर गईं. ऐसा क्या गुनाह कर दिया मम्मी ने बौयफ्रैंड बना कर.
मम्मी ने तो आप को पता भी नहीं चलने दिया कि उन का कोई ब्रौयफ्रैंड है. यानी कि उन्होंने आप की केयर में, प्यार में कोई कमी आने नहीं दी. अगर उस दिन आप मोबाइल की कौल न रिसीव करतीं तो शायद आप को कभी पता भी न चलता कि मम्मी का कोई बौयफ्रैंड भी है.
मुझेयह बताइए कि मां इंसान नहीं होती. क्या उस की अपनी कोई फीलिंग्स नहीं होती. आप के पिता का देहांत बहुत जल्दी हो गया. आप की मम्मी अपने बारे में सोच सकती थीं लेकिन उन के लिए आप प्रायोरटी थीं. मम्मी ने आप को एहसास नहीं होने दिया कि उन की जिंदगी में क्या चल रहा है या उन्हें भी किसी के साथ की जरूरत है या वे भी चाहती हैं कि कोई उन के साथ खड़ा हो. नहीं न, क्योंकि वे आप को हर तरह से खुश रखना चाहती थीं.
अगर वे अपनी निजी जिंदगी में खुशी के कुछ पल अपने ब्रौयफ्रैंड के साथ बिता लेती हैं तो आप को इस में इतना गलत क्या लग रहा है? आप अपने दिमाग में कुछ ज्यादा ही खयाली पुलाव पका रही हैं. मम्मी आप के साथ हैं और आप के साथ ही रहेंगी. बल्कि, हैरानी तो इस बात की हो रही है कि एक बेटी हो कर आप अपनी मां की फीलिंग्स को नहीं सम?ा रही हैं. क्या आप ने सोचा है कि शादी होने के बाद जब आप अपनी ससुराल चली जाएंगी, तब मम्मी का क्या होगा?
आप को तो खुश होना चाहिए कि मम्मी का कोई बौयफ्रैंड है जिस से वे अपने खालीपन को भरने की कोशिश कर रही हैं. सब को किसी न किसी का साथ चाहिए. आप को आगे आ कर वक्त रहते मम्मी को सपोर्ट करना चाहिए. फिलहाल इस बारे में मम्मी से कोई बात न करें और अपने मन से भी बेकार की बातें निकाल दें. जैसा चल रहा है, चलने दें. आगे सब वक्त पर छोड़ दें. खुश रहें और मम्मी को अपना भरपूर प्यार दें.