हमारा देश लोकतांत्रिक है, इस सब के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद जिस तरह विपक्ष चाहे वह कांग्रेस हो या आप हो या समाजवादी पार्टी या बहुजन समाज पार्टी या अन्य छोटे बड़े राजनीतिक दल उन्हे नेस्तनाबूद करने की कोशिश की जा रही है, नेताओं को प्रताड़ित करने की चेष्टा जारी है उससे साफ संकेत मिलता है कि जैसा कि उद्धव ठाकरे ने कहा 2024 का लोकसभा चुनाव अगर नरेंद्र दामोदरदास मोदी के नेतृत्व में भाजपा अगरचे ऐन केन जीत जाती है तो विपक्ष के लिए अंतिम चुनाव होगा. अगर हम देखते हैं तो कांग्रेस पार्टी की देश से सिमटते हुए अब कांग्रेस चुनिंदा राज्यों में ही राज कर रही है, ऐसे में छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के संरक्षण में कांग्रेस पार्टी के अधिवेशन का आयोजन हो रहा है तो इसमें भाजपा नेतृत्व को क्यों पीड़ा हो रही है.
लोकतंत्र और देश ऐसे ही चलता आया है. यह भी सच है कि व्यवहार और हकीकत में अंतर होता है . मगर जिस तरह अधिवेशन से पूर्व केंद्र की विधि यानी प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के नेताओं पर गाज गिराई वह देश भर में चर्चा का विषय बन गया. जहां कांग्रेस रक्षात्मक है वही भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार आक्रमण होती जा रही है. इससे यह संकेत मिलता है कि कहीं न कहीं तो अधिवेशन से भय है. वस्तुत: भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को यह नहीं भूलना चाहिए कि अगर कांग्रेस भी आपके जैसा व्यवहार करती तो भारतीय जनता पार्टी क्या पैदा हो पाती…? क्या भाजपा आज जिस मुकाम पर पहुंची है कभी पहुंच सकती थी. लोकशाही और तानाशाही में अंतर भाजपा के बड़े नेताओं को मालूम होना चाहिए और एक देशहित और स्वस्थ स्पर्धा के रूप में अपनी भूमिका को निभाना चाहिए.
छापे और कांग्रेस का पक्ष
आज देश में जो हो रहा है वह सारा देश देख रहा है. कांग्रेस जिसकी जड़ें बहुत मजबूत हैं उसे अगर नेस्तनाबूद करने की ख्वाहिश अगर भाजपा पाल रही है तो यह तो मुंगेरीलाल के ख्वाब ही कहे जाएंगे, क्योंकि कांग्रेस एक राजनीतिक दल ही नहीं एक विचारधारा भी है, छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई के बाद आवेश ने भी मोर्चा संभाल लिया और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा -छत्तीसगढ़ में पार्टी के कई नेताओं के खिलाफ है प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री पर सीधा निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कठपुतली एजेंसियों का डर दिखाकर देश की आवाज को दबाया नहीं जा सकता.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बाड़ा ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री जी के मित्र गौतम अडाणी पर शैल कंपनी के जरिए घपला व अन्य कई गंभीर आरोप लगे मगर क्या आपको कोई भी एजेंसी इसकी जांच करते दिखी? कांग्रेस अधिवेशन में हम महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ बुलंद आवाज उठाने का संकल्प लेंगे. कठपुतली एजेंसियों का डर दिखाकर आप देश की आवाज को दबा नहीं सकते. पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा – कांग्रेस इस तरह के ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ वाले कदमों से डरने वाली नहीं है. उन्होंने रायपुर में स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पार्टी इस कदम के खिलाफ कानून के तहत लड़ाई लड़ेगी.
कांग्रेस नेताओं के परिसरों पर ईडी के छापे के बारे में पूछे जाने पर वेणुगोपाल ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से एक राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई है. हमें इसकी उम्मीद थी. हम छापे की उम्मीद कर रहे थे, क्योंकि कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन होने जा रहा है और चुनाव भी होने वाले हैं. हम किसी चीज से डरे हुए नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं.हम निश्चित रूप से कानून के अनुसार इसका मुकाबला करेंगे. दरअसल आगामी समय में छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश राजस्थान सहित पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं इन्हें देखते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अब सक्रिय हो गए हैं, मगर जिस तरह भाजपा सत्ता में आने के बाद केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है वह इस चुनाव में भाजपा पर ही भारी पड़ सकता है.