आखिरकार काफी लंबे इंतजार और कई मोड़ों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को अपना नया कोच मिल गया है. कप्तान विराट कोहली की पसंद रविशंकर जयाद्रिथा शास्त्री (रवि शास्त्री) 2019 वर्ल्ड कप तक टीम इंडिया के कोच रहेंगे. रवि शास्त्री के अलावा जहीर खान को टीम का बॉलिंग कोच बनाया गया है, वहीं भारतीय क्रिकेट की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ को विदेशी दौरों के लिए बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया है. यह फैसला सलाहकार समिति के नेतृत्व में हुआ.

वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस और लालचंद राजपूत भी मुख्य कोच की रेस में थे, लेकिन शास्त्री को यह जिम्मेदारी सौंपी गई. कोच सलाहकार समिति द्वारा उन्हें कोच चुनने का निर्णय एकदम सही रहा. अब हम आपको वो 5 कारण बताने जा रहे हैं जिनके कारण रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच चुना गया.

 अनुभव

शास्त्री के पास क्रिकेट का काफी अुनभव है जो 2019 वर्ल्ड कप के लिए काम आ सकता है. उन्होंने भारत के लिए 80 टेस्ट में 3830 रन और 150 वनडे मैच में 3108 रन बनाए हैं. साथ ही वह गेंदबाज के तौर पर भी अच्छे साबित हुए हैं. उन्होंने टेस्ट मैचों में 151 और वनडे में 129 विकेट भी लिए हैं. उनका यह अनुभव अब विराट कंपनी के काम आ सकता है. ऐसे में कोच पद पर रहते हुए वो भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑलराउंड परफॉर्मेंस निखारने में और नए टैलेंट की खोज में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.

पहले भी रह चुके हैं टीम के कोच

शास्त्री पहले भी टीम के कोच रह चुके हैं और उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम ने श्रीलंका को उसी की धरती पर 2-1 से हराकर टेस्ट मैच सीरीज जीती थी. यह कुमार संगाकारा की फेयरवेल सीरीज भी थी. इसके बाद 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने घर में साउथ अफ्रीका को 3-0 से मात दी. लेकिन भारत को टी20 और वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद भारत टीम को ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर 4-1 से करारी मात मिली. लेकिन टीम इंडिया ने शानदार वापसी करते हुए पहली बार टी20 सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर 3-0 से मात दी थी.

टीम मैनेजमेंट का अनुभव

रवि शास्त्री दुनिया के महान खिलाडिय़ों में शुमार हैं और उनके पास टीम मैनेजमेंट का भी लंबा अनुभव है. साथ में वह टीम के डायरेक्टर भी रह चुके हैं, जो उनके लिए प्लस प्वाइंट है. भारत ने 1983 विश्व कप पर कब्जा किया था तो वह उस दौरान शास्त्री टीम के सदस्य भी थें. वह 2007 में क्रिकेट मैनेजर के तौर पर भारतीय टीम के साथ बांग्लादेश दौरे पर गए थें.

कोहली के साथ अच्छा संबंध

रवि शास्त्री के टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ अच्छे संबंध हैं. कोहली ने पहले भी बीसीसीआई के आगे शास्त्री को कोच बनाने की बात रखी थी. वहीं 2014 में इंग्लैंड से 1-3 से सीरीज हारने के बाद शास्त्री को टीम का डायरेक्टर बनाया गया. 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बड़ी नाकामी के बाद विराट कोहली शास्त्री की ही देख-रेख में एक बड़े खिलाड़ी के तौर पर उभरकर सामने आए थें.

पहले ही साफ कर ली थी पद हासिल करने की बात

टीम इंडिया का कोच बनने के लिए शास्त्री ने पहले आवेदन नहीं किया था. बाद में कोहली के कहने पर उन्होंने आवेदन भरने के लिए हामी भरी, लेकिन इसके लिए उन्होंने एक शर्त रखी. शास्त्री ने पहले ही साफ कह दिया था कि यदि उन्हें कोच चुना जाएगा तो वह तभी आवेदन करेंगे, अन्यथा नहीं. ऐसे में कोच सलाहकार समिति ने उनका सम्मान रखने के लिए भी उन्हें कोच बनाने के लिए सहमति जताई.

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