अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा एक ऐतिहासिक यात्रा के रूप में इतिहास में याद की जाएगी.दर असल, ऐसी लंबी यात्रा आज तलक कभी किसी राजनीतिक विभूति अथवा समाजसेवी ने नहीं निकाली थी. दरअसल, राहुल गांधी की यह पदयात्रा भारत में फैलते असहिष्णुता के परिपेक्ष में प्रारंभ की गई है. जिसका संदेश है प्रेम और शांति सद्भाव. और जैसा कि हम जानते हैं इस यात्रा के आगाज के साथ ही भारतीय जनता पार्टी और केंद्र में बैठी सरकार की मनो कुर्सी हिलने लगी है.

और इसलिए तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने खुलकर भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी पर लगाएं, मगर धीरे धीरे सब मानो हवाओं में विलीन हो गए . और आज सिर्फ एक ही चर्चा है कि राहुल गांधी कि यह पदयात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक महत्व की है .इससे देश में एक सद्भाव पूर्ण माहौल का निर्माण होगा. और हम देख रहे हैं कि भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी जिस तरह आम गरीब लोगों से बच्चों से महिलाओं से मिल रहे हैं उन्हें सीने से लगा रहे हैं उनके साथ चल रहे हैं, ऐसे में माहौल देशभर में राहुल मय हो चुका है. शायद यही कारण है कि विभिन्न सेलिब्रिटी और अपने अपने क्षेत्र के अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत यात्रा में शिरकत कर रहे हैं. इसी तारतम्य में रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन बुधवार को राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए. इस समय राजस्थान से गुजर रही यह यात्रा बुधवार 14 दिसंबर को सुबह सवाई माधोपुर के भाड़ौती से शुरू हुई. और अचानक भारत जोड़ो यात्रा में रघुराम राजन इस चरण में राहुल गांधी के साथ चलने लगे. दोनों चलते चलते चर्चा भी करते दिखे. यह वीडियो और फोटो जब मीडिया में प्रसारित होने लगे तो यही संदेश गया कि आज उत्तर से दक्षिण का मेल हो रहा है जैसा कि हम जानते हैं रघुराम राजन जहां जहां रिजर्व बैंक के प्रमुख रहे हैं वही एक बड़े अर्थशास्त्री के रूप में उनका सम्मान विरोधी भी करते हैं. इस परिप्रेक्ष्य में यह हमें याद रखना होगा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी में 2016 में नोटबंदी की घोषणा की थी उसके कुछ समय पहले रघुराम राजन ने रिजर्व बैंक से इस्तीफा दे दिया था.
—————————-
राहुल और रघुराम
—————————-
रिजर्व बैंक के पूर्व प्रमुख रघुराम राजन के राहुल गांधी के साथ पदयात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी ने दोनों की फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया -” भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ कदम मिलाते रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, नफरत के खिलाफ देश जोड़ने के लिए खड़े होने वालों की बढ़ती संख्या बताती है कि हम होंगे कामयाब.”

रघुराम राजन भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से जहां इस यात्रा को एक नई ऊर्जा और ताकत मिली वहीं भारतीय जनता पार्टी कि तिलमिलाहट भी सामने आ गई.रघुराम राजन सितंबर 2013 और सितंबर 2016 के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के 23 वें गवर्नर थे. इससे पहले 2003 से 2006 के बीच वे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में मुख्य अर्थशास्त्री रहे .

भाजपा ने रघुराम राजन के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद तंज कसते हुए कहा -” भारत की अर्थव्यवस्था पर उनकी टिप्पणी को तुच्छ समझकर खारिज कर दिया जाना चाहिए क्योंकि वह अवसरवाद का परिचायक थी .” पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय के मुताबिक – आरबीआइ के पूर्व गवर्नर और कांग्रेस द्वारा नियुक्त रघुराम राजन का भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है.”भाजपा इस तरह लगातार राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर कुछ ना कुछ टिप्पणियां आक्षेप लगाती रहती है और का मकसद स्पष्ट है कि किसी भी तरीके से राहुल गांधी की यह भारत जोड़ो यात्रा अपने रास्ते से भटक जाए. देश के लोकतंत्र के लिए सत्तासीन पार्टी भारतीय जनता पार्टी का ऐसा रूख यह बयान करता है कि भाजपा की सोच किस तरह अलोकतांत्रिक है. gandhishwar.rohra@gmail.com

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...