एक सुरक्षित निवेश वो है जिसमें किसी तरह का कोई जोखिम न हो. ऐसे निवेश रिटायर्ड लोगों के लिए बेहतर हैं जो किसी प्रकार का कोई रिस्क नहीं चाहते हैं. ये एक सामान्य धारणा है कि यदि आप रिस्क नहीं लेंगे, तो अच्छे रिटर्न नहीं मिलेंगे, लेकिन ये सच नहीं हैं, बाजार में ऐसे कई इनवेस्टमेंट प्लान हैं जो आपको अच्छा फायदा देते हैं और इनसे आपको टैक्स बैनेफिट भी मिलता है. बस तरीका चाहिए रिस्क फ्री प्लान ढूंढने का, क्या आपके लिए बेहतर है और क्या नहीं. उनमें से कुछ अच्छे रिटर्न्स देते हैं जब कि कुछ केवल ठीक-ठाक हैं.

भारत में कई रिस्क-फ्री इनवेस्टमेंट विकल्प उपलब्ध हैं और इन सब की अलग-अलग विशेषताएं हैं. कई दूसरों के मुकाबले में ये ज्यादा अच्छे हैं, तो इनमें से कुछ के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं.

फिक्स डिपॉजिट

जब भी सुरक्षित निवेश की बात होती है तो फिक्स डिपॉजिट का ख्याल सबसे पहले आता है. ये बचत खाते की तुलना में ज्यादा अच्छे रिटर्न देते हैं और इन पर 7 से 8% का ब्याज भी मिलता है. ये बात आपको ध्यान रखना चाहिए कि ये डिपॉजिट पूरी तरह टैक्सेबल हैं. इसका मतलब है कि आप जितना ज्यादा टैक्स के दायरे में आते हैं, आपका रिटर्न उतना ही कम हो जाता है.

आरडी या आवर्ती जमा

अगर आपको निर्धारित मासिक वेतन मिलता है ये आपके लिए अच्छा विकल्प है. ये एफडी से ज्यादा अलग नहीं हैं, लेकिन इसमें आप हर महीने व्यवस्थित तरीके से निवेश करते हैं. यह राशि जुड़कर बड़ी हो जाती है. लेकिन हां एफडी की तरह ही इनमें भी टैक्स में छूट नहीं मिलती है.

डाक घर जमा

ये 5 साल तक अलग-अलग समयावधि के होते हैं. जितने ज्यादा समय के लिए निवेश होगा ब्याज उतना ही ज्यादा होगा. 5 साल में 7.8% ब्याज के साथ बाज़ार में ये एक अच्छा विकल्प है. डाकघर जमा का फायदा ये हैं कि 5 साल की अवधि की हर जमा पर टैक्स में छूट मिलती है.

फिक्स्ड मेच्योरिटी प्लांस

फिक्स्ड मेच्योरिटी प्लांस यानि कि एफएमपी, यह एक क्लोज एंडेड स्कीम है, जिसकी अवधि एक महीने से पांच साल फिक्स होती है. एफएमपी में आपकी पूंजी को मार्केट सिक्योरिटीज और डेब्ट्स में निवेश किया जाता है. इसकी एक निर्धारित परिपक्वता तिथि होती है. इसमें निवेश करते समय आपको बस थोड़ा सावधान रहने की जरुरत है.

डैब्ट म्युचुअल फंड

इसमें आपकी पूंजी केवल कॉर्पोरेट बॉन्डस और सरकारी प्रतिभूतियों में ही निवेश की जा सकती है. इनमें कोई निर्धारित समयावधि नहीं होती है. आप एक पैनाल्टी देकर अपनी राशि वापस ले सकते हैं. कम ब्याज दर के कारण इस तरह के जमा में लंबे समय का प्लान लेना बेहतर है.

कंपनी डिपॉजिट्स

कंपनी डिपॉजिट्स में बैंक डिपॉजिट्स की तुलना में ज्यादा जोखिम रहता है, लेकिन साथ ही इनमें ज्यादा ब्याज और अच्छे रिटर्न्स भी मिलते हैं. कोई अनहोनी ना हो, इसके लिए AAA रेटिंग, वाले प्लान ही लें. ये भी लंबे समय भी अधिक फायदा देते हैं. यह एएए रेटिंग, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा जारीकर्ता के बॉन्ड पर असाइन की गई उच्चतम संभव रेटिंग है.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड या सामान्य भविष्य निधि

ये लंबे समय की डिपॉजिट स्कीम्स हैं, जो कि सुरक्षित हैं और 8 से 9% का आकर्षक ब्याज दर भी देती हैं. आप इनमें एक साल में कम से कम 500 रुपए से अधिकतम 1,50,000 रुपए निवेश कर सकते हैं. इसमें आपको लोन, निकासी और अकाउंट एक्सटेंशन जैसी कई सुविधाएं भी मिलती हैं. इनमें से कई प्लांस में काफी अच्छे रिटर्न्स हैं और टैक्स में छूट भी मिलती है.

निवेश क्यों जरूरी है…

निवेश आपकी वित्तीय सुरक्षा की जरूरत को पूरा करने के लिए है. इससे ना केवल आपका पैसा इकट्ठा होता है, बल्कि जब आपकी नियमित आमदनी हो रही हो उस समय बचत करने का अच्छा तरीका भी है. परिणामस्वरूप, रिटायर होने पर आपके लिए यह एक अतुलनीय विकल्प बनता है ताकि आप उस समय भी सिर उठा कर जी सकें.

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