आपको बीते साल यानि कि साल 2016 में आई फिल्म ‘तीन’ तो याद ही होगी, जिस फिल्म के जरिए सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने प्रशंसकों को खासा प्रभावित किया था. उन्होंने अपने लंबे और शानदार अभिनय करियर में इस फिल्म में सबसे असाधारण और जटिल भूमिका अदा की है.

हम आपको बता देना चाहते हैं कि इस फिल्म ने साल 2013 की 'मॉन्टेज' नामक एक कोरियाई फिल्म से बहुत प्रेरणा ली है. इस फिल्म 'मॉन्टेज' में एक अनसुलझे अपहरण के मामले के पंद्रह वर्ष बाद, एक और अन्य अपहरण के मामले को दिखाया गया है, जिसमें एक ही तरीके का उपयोग और एक तरह के ही लक्ष्य का होना दिखाया गया है. इस मामले को सुलझाने के लिए तीन लोगों ने टीम बनाई, जिसमें कि दादा, एक मां जो पंद्रह साल से अपनी बेटी के अपहरणकर्ता को खोज रही है और एक अपराध बोध से भरा हुआ पुलिस वाला शामिल होते हैं.

अगर आपने फिल्म 'तीन' देखी है या नहीं भी देखी है तो हम आपको बता देना चाहते हैं कि ये दोनों ही फिल्में लगभग एक समान हैं. इन दोनों फिल्मों में तीन लोग शामिल होते हैं, जो अपहरण की घटना को हल करने की कोशिश करते हैं. दोनों फिल्मों में एक समान ढंग से ही अपहरण करने और उसे वापस दोहराये जाने की घटना दिखाई गई है और सबसे खास बात दोनों फिल्मों में एक जुनूनी दादा, जिसने अपनी पोती को अपने सामने ही खो दिया था और एक दोषी पुलिस वाला है.

तो जरा अब इस बात पर ध्यान दें कि यह पहली बार नहीं था जब बॉलीवुड कोरियाई सिनेमा से प्रेरित होकर भारतीय दर्शकों के लिए फिल्में लेकर आया हो. साल 2011 में आई फिल्म 'मर्डर 2' भी एक कोरियाई फिल्म 'द चेजर' (The Chaser) की एक जबरदस्त नकल है, जो कि साल 2008 में दक्षिण कोरिया में रिलीज की गई थी.

इसके अलावा साल 2007 में हिन्दी सिनेमाघरों में आई फिल्म 'अवारापन' एक और कोरियन फिल्म ‘बिटरस्वीट लाइफ’ (‘A Bittersweet Life’) से ली गई है. जीवन से भारी आकर्षित' हालांकि, इन सभी नकल की गई फिल्मों में से सबसे प्रसिद्ध, 2006 में आई थ्रिलर और ड्रामे से भरी फिल्म 'जिंदा' जो कि 'कोरियाई कल्ट क्लासिक' फिल्म ‘ओल्डबॉय' (Oldboy) से प्रेरित है. फिल्म 'जिंदा' का लगभग हर द्रश्य हुबहु इस रहस्यों और थ्रिलर से भरी कोरियन फिल्म ‘ओल्डबॉय' से नकल किया हुआ है. यह दक्षिण कोरियाई फिल्म साल 2003 में रिलीज की गई थी, वहीं भारतीय फिल्म 'जिंदा' साल 2006 में सिनेमाघरों में आई थी.

आप सभी को साल 2014 में रिलीज हुई श्रृद्धा कपूर अभिनीत फिल्म 'एक विलेन' तो याद ही होगी. इस फिल्म के दृश्य की प्रतिलिपि के रूप का नमूना आपको साल 2010 की फिल्म ‘आई सॉ द डेविल' (I Saw The Devil) के लगभग दृश्य में मिल जाएगा.

जबकि इस श्रृंखला में आगे निर्देशक दीपक टिजोरी की फिल्म ‘दो लाफ्जो की कहानी’ भी कोरियन फिल्म ‘ऑलवेज’ (Always), जो कि साल 2011 में रिलीज हुई थी, पर आधारित है. हम आपको बता दें कि इससे पहले साल 2015 में यही फिल्म ‘बॉक्सर’ नाम से भारत में ही कन्नड़ भाषा में बनाई जा चुकी थी.

इन फिल्मों के अलावा भी कई और ऐसे नाम अभी इस सूची में शुमार हैं जो पूरी तरह से दक्षिण कोरियान फिल्मों से प्रभावित हैं. बाकी नामों में से हैं साल 2012 में आई बर्फी, जिसे 2002 में कोरिया में बनी फिल्म ‘ओएसिस’ (Oasis) से लिया गया है.

अभिनेत्री ऐश्वर्या राय की बड़े पर्दे पर वापसी करने वाली फिल्म जज्बा जो कि साल 2015 में आई थी, यह भी दक्षिण कोरिया की फिल्म ‘सेवन डेज’ (Seven Days) का एक आधिकारिक रीमेक है, जो साल 2007 में रिलीज की गई थी.

भिन्न-भिन्न रिपोर्टों की माने तो ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म ‘काबिल’ जो हाल ही में रिलीज हुई थी, यह फिल्म भी साल 2014 में आई फिल्म ‘ब्रोकेन’ (Broken) से हुबहु मेल खाती है. दोनों ही फिल्मों में विलक्षण समानताएं हैं.

इसके अलावा भी बॉलीवुड में कई तमिल और तैलुगु फिल्में जैसे यामिरुक्का बेयामे (Yaamirukka Bayamey), जिगरथांडा (Jigarthanda) आदि कोरियन सिनेमा पर आधारित हैं.

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