समय के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी अनेक परिवर्तन हुए हैं. वर्तमान में शुरुआती शिक्षा में अक्षर ज्ञान को रटने के स्थान पर क्रियात्मक तथा भावात्मक विकास से जोड़ा गया है. अब बच्चे खेलखेल में पढ़ते हैं. विषयों को रुचि कर बनाने के उद्देश्य से उन का बारबार अभ्यास करने के बजाय अनेक प्रकार की मनोरंजक वर्कशीट्स तैयार की जाती हैं. आज गूगल, यूट्यूब आदि पर सभी विषयों के एक से बढ़ कर एक ट्यूटोरियल उपलब्ध हैं. ऐसे समय में छात्रों को कक्षा में दिया जाने वाला होमवर्क अपनी अहमियत खोता जा रहा है. बावजूद इस के हम होमवर्क का महत्त्व नकार नहीं सकते. होमवर्क करने से किशोरों को स्कूल में पढ़ाया गया पाठ याद हो जाता है और उन में पढ़ाई के प्रति रुचि भी जाग्रत होती है.

आज किशोर स्कूल की छुट्टी हो जाने के बाद अनेक प्रकार की कोचिंग कक्षाओं में जाते हैं अथवा होम ट्यूशन पढ़ते हैं. ऐसी व्यस्त दिनचर्या में उन के पास सदा समय की कमी रहती है. सुबह से शाम तक मानसिक कार्य करने के बाद बचे समय में वे शारीरिक खेलों के स्थान पर इलैक्ट्रौनिक गैजेट, फेसबुक, व्हाट्सऐप आदि पर समय बिताते हैं. इन सब के बीच होमवर्क करने का समय नहीं रहता. इस के लिए उन्होंने एक नया तरीका निकाला है और वह है व्हाट्सऐप पर दोस्तों से होमवर्क शेयर करना.

दोस्तों के ग्रुप में होमवर्कव्हाट्सऐप के माध्यम से एकदूसरे को भेजते हैं और वहां से इसे टीवी देखते हुए अथवा हैडफोन लगा कर संगीत सुनते हुए कौपी करते रहते हैं. पर वास्तविकता यह है कि स्वयं किया गया होमवर्क ही लाभदायक होता है. जानिए, होमवर्क खुद करने के क्या फायदे हैं?

–       ज्ञान को स्थायी बनाने के लिए उस की पुनरावृत्ति जरूरी है, जो होमवर्कखुद करने से ही संभव है.

–       आजकल किशोर परीक्षाओं के समय दिनरात जागते हैं, सभी विषयों की ट्यूशन लेते हैं जिस से वे सदा तनावग्रस्त रहते हैं. यदि वे कक्षा में अध्यापक द्वारा पढ़ाए गए पाठ को ध्यान से सुनें और अपना होमवर्कखुद करें तो कम मेहनत से भी अधिक अंक पा सकते हैं.

–       होमवर्क स्वयं करने से विषय  रुचि कर लगने लगता है, क्योंकि छात्र को पाठ में आने वाली कठिनाइयों का पता चल जाता है और उसे साथसाथ दूर करने से विषय आसान बन जाता है.

–       होमवर्कखुद करने से छात्रों की मानसिक तथा बौद्धिकशक्ति के साथ लिखने का अभ्यास भी विकसित होता है. इस का लाभ परीक्षा के समय मिलता है. पेपर समय पर पूरा हो जाता है और कैसा भी प्रश्न आने पर छात्र घबराते नहीं हैं.

–       समय पर तथा नियमित रूप से होमवर्क करने की आदत से ट्यूशन पढ़ने से भी बचा जा सकता है. इस से समय तथा धन दोनों की बचत होती है.

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