हमारे देश में सिनेमा जगत हो या टीवी जगत.हर किसी को मौलिकता की बजाय नकल करने में और फिर उसका ढिंढोरा पीटने में कुछ ज्यादा ही मजा आता है.अब 16 अगस्त से ‘‘स्टार भारत’’पर हर सोवार से शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे एक नए सीरियल ‘‘तेरा मेरा साथ रहे’’का प्रसारण शुरू होने वाला है.जिसके लिए चैनल की तरफ से धुंआधर प्रचार किया जा रहा है.इसका प्रोमो दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं.यह सीरियल गोपिका (जिया माणिक )की कहानी है.जहाँ  वह अपनी  जीवन  यात्रा के माध्यम से अपने गुरु को किस तरह से ढूंढती है.यही बात प्रोमो से उजागर होती है.

मगर सीरियल‘‘तेरा मेरा साथ रहे’’ का प्रोमो तैयार करने में इसके निर्माताओं ने मौलिक काम नहीं किया,बल्कि सीरियल का प्रोमो और पोस्टर दिवंगत आइकॉनिक बौलीवुड सुपर स्टार श्रीदेवी और उनकी सफलतम फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ से प्रेरणा लेकर या यों

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कहें कि नकल कर  के ही बनाया गया है.सीरियल का प्रोमो अपनी नाटकीयता के आधार पर दर्शकों को कई संकेत भी देता है.फिल्म‘‘इंग्लिश विंग्लिश ’में श्रीदेवी द्वारा निभाया गया किरदार शशि गोडबोले अपने परिवार के समर्थन के बिना विदेश में खुद का अस्तित्व स्थापित करते हुए खुद को साबित करती हैं.
सीरियल ‘‘तेरा मेरा साथ रहे’’ में गोपिका(जिया माणिक )की भी यात्रा लगभग फिल्म‘इंग्लिश विंग्लिश’की शशिगोडबोले’की ही तरह नजर आने वाली है.लेकिन उनकी इस यात्रा में उनके साथ उनकी गुरु यानी उनकी होने वाली सास मिथिला(रूपल पटेल )भी जुड़ी हैं.

जब श्री देवी द्वारा अभिनीत फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश‘ से प्रेरित प्रोमो को लेकर रूपल पटेल से बात की गयी,तो रूपल पटेल ने कहा- ‘‘बात नकल की नही है.देखिए,कोई भी शख्स इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि श्रीदेवी भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में से एक थीं.

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उनकी कुछ फिल्में हम सभी कलाकारों को प्रेरित करती हैं और अच्छे विचार,उसके पीछे की अच्छी सोच के साथ ही उससे जुड़े विश्वास से सही प्रेरणा लेने में कोई बुराई नहीं है. हमारे सीरियल‘तेरा मेरा साथ रहे’ का प्रोमो बताता है कि अंग्रेजी सिर्फ एक भाषा है न कि किसी की बुद्धिमत्ता या क्षमता नापने का कोई पैमाना.यह प्रोमो सभी के चेहरे पर न सिर्फ मुस्कान लाता ,बल्कि उन मानवीय भावनाओं को सामने लाता है,

जिनसे हर भारतीय अपनी पहचान बना सकता है और इंसान के दिमाग में कई अनुत्तरित प्रश्न छोड़ देता है.एक बहुत अच्छा विचार है कि भाषा और मानसिकता एक बाधा हो सकती है, लेकिन यह सब कुछ नहीं है.‘‘

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