गुरूवार की शाम जयपुर में जयगढ़ किले में शूटिंग के दौरान ‘राजपूत करणी सेना’ से जुड़े लोगों के एक समूह ने फिल्म ‘‘पद्मावती’’ के निर्माता निर्देशक संजय लीला भसांली को ना सिर्फ थप्पड़ मारा, बल्कि उनके बाल पकड़कर खींचे और शूटिंग के कई उपकरण नष्ट किए. मगर हर मसले पर आम तौर पर मुखर रहने वाले बौलीवुड के ज्यादातर लोग इस मसले पर खामोश हैं.
संजय लीला भंसाली ने अपने तथा अपनी यूनिट के सदस्यों पर हुए इस हमले के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर मदद मांगी. तो वहीं बौलीवुड तक इस खबर के पहुंचते ही अशोक पंडित, करण जोहर, अनुराग कश्यप, राम गेापाल वर्मा, महेश भट्ट, प्रियंका चोपड़ा, आलिया भट्ट व कृति सैनन ने इसकी भत्र्सना करते हुए दोषियों पर कार्यवाही की मांग भी की.
लेकिन इन चंद लोगों के अलावा बौलीवुड का पूरा तबका चुप है. यह बात समझ से परे है. क्योंकि किसी भी देश में, किसी भी वर्ग को अपना विरोध जताने के लिए किसी रचनात्मक इंसान पर हमला करने, थप्पड़ मारने, उसकी निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का हक नहीं होना चाहिए, पर बौलीवुड के अधिकांश लोग चुप हैं.
बौलीवुड के सदस्यों की चुप्पी के कई मायने हो सकते हैं. मगर संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘‘पद्मावती’’ में का पद्मावती का मुख्य किरदार निभा रही अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, शासक अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभा रहे अभिनेता रणवीर सिंह और राजपूत राजा रावल रतन सिंह का किरदार निभा रहे अभिनेता शाहिद कपूर की चुप्पी तो समझ से परे है. शूटिंग के दौरान हुए हमले पर इन सबको सबसे पहले आवाज उठानी चाहिए.
एक सूत्र के अनुसार इन कलाकारों की खामोशी से पूरे देश और पूरी फिल्म इंडस्ट्री में एकमात्र संदेश यही जाता है कि यह सभी ‘राजपूत करणी सेना’ की मांगों के साथ हैं.‘राजपूत करणी सेना’ का आरोप है कि संजय लीला भंसाली अपनी फिल्म ‘‘पद्मावती’’ में रानी पद्मावती को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं. यदि दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर को लगता है कि ‘राजपूत करणी सेना’ के आरोप सही हैं और संजय लीला भंसाली फिल्म को गलत तरीके से बना रहे हैं. तो सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि ऐसे में इन कलाकारों ने इस फिल्म में काम करना क्यों स्वीकार किया?
सूत्रों के अनुसार ‘राजपूत करणी सेना’ का आरोप है कि संजय लीला भंसाली, जयपुर के जयगढ़ किले में फिल्म “पद्मावती” की शूटिंग के दौरान पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी पर प्रेम दृष्यों का फिल्मांकन कर रहे थे, जिसका उन्होंने विरोध किया. वार राजपूत रानी पद्मावती ने अलाउद्दीन खिलजी के सामने घुटने टेकने की बजाय वीरता से लड़ी और अंत में जौहर किया था. ऐसे में पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के प्रेम दृष्यों का फिल्मांकन उन्हें पसंद नही आया, जिसके चलते विरोध किया गया.
जयपुर के सूत्रों से जो खबरें आ रही हैं, उसके अनुसार ‘राजपूत करणी सेना’ का एक समूह जब फिल्म “पद्मावती” का विरोध करते हुए जयगढ़ किला पहुंचा,तो उन्हें भगाने के लिए संजय लीला भंसाली द्वारा नियुक्त सुरक्षा कर्मियों ने गोलियां चलायी, जिससे भीड़ हिंसक हो गयी और उसने संजय लीला भंसाली को थप्पड़ मारा, उनके बाल खींचे. मगर जयपुर पुलिस की तरफ से गोली चलाने की बात की पुष्टि नहीं की गयी है. जयपुर पुलिस के अनुसार संजय लीला भंसाली की तरफ से ‘राजपूत करणी सेना’ के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गयी है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है.
फिल्म ‘‘पद्मावती’’ को लेकर यह विरोध नया नहीं है. अगस्त 2016 में ही ‘पटेल नवनिर्माण सेना’ ने भी संजय लीला भंसाली को चेतावनी देते हुए आगाह किया था कि वह मुंबई में इस फिल्म की शूटिंग ना करें. इसके अलावा जब संजय लीला भंसाली ने ‘‘पद्मावती’’ बनाने की घोषणा की थी, तबसे ‘राजपूत करणी सेना’ उन्हें चेतावनी देती आ रही है कि रानी पद्मावती को गलत तरीके से पेश किया जाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
बहरहाल, इस सारे मसले पर फिलहाल संजय लीला भंसाली की तरफ से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है. पर उन्हें थप्पड़ मारे जाने का वीडियो वायरल हो चुका है.