हौलीवुड के सुपरस्टार विल स्मिथ की इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है. इस की वजह खुद विल स्मिथ हैं जिन्होंने इस साल औस्कर फंक्शन के दौरान कौमेडियन और होस्ट क्रिस रौक को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया क्योंकि उन्होंने विल स्मिथ की पत्नी जाडा पिंकेट स्मिथ, जो एलोपेसिया एरिएटा की शिकार है, को ले कर कुछ अभद्र मजाक किया. जिसे सुनते ही विल स्मिथ को गुस्सा आया और उन्होंने स्टेज पर क्रिस रौक को थप्पड़ जड़ दिया.

अपनी पत्नी के लिए इस तरह की ऐक्सेप्टेंस शायद विश्व में उन पुरुषों के लिए सीख है जो एलोपेसिया के शिकार अपनी पत्नी या गर्लफ्रैंड को नहीं अपनाते, उन्हें तलाक दे देते हैं या फिर उन से कोई संबंध नहीं रखते. हमारे देश में एलोपेसिया की शिकार महिलाओं या लड़कियों के लिए चुड़ैल, डायन, अपशगुनी आदि न जाने कितने शब्दों का प्रयोग किया जाता है जिन से व्यक्ति मानसिक रूप से पीडि़त हो कर आत्महत्या तक कर लेते हैं.

महसूस करती हूं गर्व

इस बारे में एलोपेसिया की शिकार केतकी जानी कहती हैं, ‘‘मैं विल स्मिथ की पत्नी के प्रति उन के पति की इस ऐक्सेप्टेंस को देख कर बहुत खुश हूं और औस्कर अवार्ड में एलोपेसिया या गंजेपन को ले कर मजाक करने की जो गलती क्रिस रौक्स ने की है उस का उन्हें सही जवाब मिल गया है और इस की गूंज पूरे विश्व में रहनी चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति एलोपेसिया के शिकार को पब्लिक प्लेटफौर्म पर भलाबुरा कहने की जुर्रत न करे.’’

वे आगे कहती हैं, ‘‘मु?ो जब से एलोपेसिया हुआ है, मेरे पति मु?ा से दूर रहने लगे हैं. मैं ने कई बार आत्महत्या की कोशिश की थी पर अपने बच्चों की वजह से मैं ने ऐसा नहीं किया. गर्व के साथ आगे आई और कई ब्यूटी अवार्ड जीती. मेरी दशा ऐसी हुई थी कि लोग मु?ो किसी शादीब्याह में जाने नहीं देते थे. मेरा चेहरा अगर सुबह उठ कर कोई देख ले तो उस का पूरा दिन खराब हो जाएगा, ऐसा वे कहते थे. इसलिए मु?ो औफिस टाइम में घर पर रहना या फिर सुबह जल्दी उठ कर औफिस जाना पड़ता था.’’

वे कहती हैं, ‘‘कुछ लोगों ने मु?ो इतना तक कहा है कि तुम कितनी बदनसीब हो, पति के होते हुए भी बाल चले गए. अभी मैं अपने बच्चों के साथ रहती हूं. पति ने पहले मु?ो विग पहनने की सलाह दी थी, पर मु?ो वह ठीक नहीं लगा, क्योंकि उस से गरमी अधिक लगती है और मैं बिना हेयर के अपनी जिंदगी से खुश हूं. शुरुआत में खुद को आईने में देखना बहुत मुश्किल था क्योंकि मेरे बाल पहले लंबे थे, लेकिन अब पूरी तरह से ?ाड़ चुके हैं.’’

तिरस्कृत हुई परिवार, समाज और धर्म द्वारा

केतकी जानी कहती हैं, ‘‘हमारे देश में किसी महिला के सिर पर केश न होने से पूरे घरपरिवार के लिए शर्म की बात होती है. सब उस का मजाक और तिरस्कार करते हैं. हमारे समाज में लोग सोचते हैं कि इस रोग से पीडि़त को शर्म से डूब मरना चाहिए या फिर घर के किसी कोने में चुपचाप विग, स्कार्फ और कैप लगा कर जिंदा रहना चाहिए, जो बहुत गलत है.’’

‘‘मैं पूरे एलोपेसिया ग्रुप के रोगियों को सपोर्ट देती हूं क्योंकि ऐसे बहुत बच्चे और महिलाएं हैं जिन्हें हमेशा तिरस्कृत होना पड़ता है. मेरे गु्रप में करोब सौ एलोपेसिया के मरीज हैं. स्कूल में पढ़ने वाले 13 साल के एक बच्चे को टीचर अलग बैठाती हैं. वह बच्चा हमेशा सहमासहमा रहता है. उस से कोई बात नहीं करता और खेलता तक नहीं है. कई बार वह घर पर आ कर रोता है. मैं उसे काउंसलिंग करती हूं.’’

क्या है एलोपेसिया

मुंबई की डर्मेटोलौजिस्ट डा. अप्रतिम गोयल कहती हैं, ‘‘एलोपेसिया के मरीज के साथ हमेशा ऐसा होता आया है, समाज और परिवार उन्हें ऐक्सैप्ट नहीं करना चाहते. असल में यह एक औटोइम्यून डिजीज है, जो कभी भी किसी को हो सकती है. इस में शरीर का इम्यून सिस्टम और सफेद रक्त कोशिकाएं, जिन का काम बीमारियों से लड़ना है, हेयर फौलिक्स पर ही हमला करने लगती हैं. इस की वजह से बाल तेजी से गिरने लगते हैं. कई मरीजों में सिर के कुछ हिस्सों से भी धब्बों की तरह बाल गायब होने लगते हैं. मेरे हिसाब से विल स्मिथ की पत्नी को ओफियासिस एलोपेसिया हुआ है, जिस का इलाज संभव नहीं होता.

‘‘इस के होने की वजह का कुछ खास पता नहीं चला है, लेकिन यह छूने से नहीं फैलती. यह बीमारी महिलाओं से अधिक पुरुषों को होती है. एलोपेसिया को सम?ाना आसान नहीं होता क्योंकि इस के कुछ खास लक्षण नहीं होते. अधिकतर लोगों को स्ट्रैस या किसी बीमारी की वजह से बाल ?ाड़ते हैं और वे इसे नौर्मल सम?ाते हैं. इस वजह से इसे रोकना नामुमकिन सा होता है क्योंकि यह बहुत जल्दी सक्रिय होती है और यह जेनेटिक भी हो सकती है.

‘‘यह बीमारी अधिकतर थायराइड, अस्थमा, मायस्थीनिया ग्रेविस आदि के मरीज में होने की संभावना अधिक होती है. एक हफ्ते में ही इस के पैच आने लगते हैं. यह मनोवैज्ञानिक तौर पर भी ग्रसित व्यक्ति को प्रभावित करती है. इस का इलाज आसान नहीं, लेकिन 30 प्रतिशत केसेज में बाल फिर से बिना इलाज के आ जाते हैं. लेकिन यह अनप्रेडिक्टिबल है.’’

एलोपेसिया कई प्रकार के होते हैं जो निम्न हैं

  • एलोपेसिया एरीएटा में सिर के सारे बाल गुच्छों में पैचेस बनाते हुए ?ाड़ते हैं, एक पैच भी हो सकता है या फिर छोटेछोटे पैचेस मिल कर पूरा गंजा भी कर सकते हैं.
  • एलोपेसिया एरिएटा से कई बार एलोपेसिया टोटालिस भी हो सकता है.
  • एलोपेसिया यूनिवर्सलिस में सिर के ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर से बाल ?ाड़ जाते हैं.

इलाज

इस का कोई सही इलाज न होने की वजह से स्टेरौयड या कैंसर की दवाई देनी पड़ती है, जिस के साइड इफैक्ट बहुत अधिक और इफैक्ट कम होते हैं.

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