विराट कोहली के लिए साल 2016 बेहद शानदार रहा. लेकिन साल 2017 में वनडे और टी20 से धोनी द्वारा कप्तानी छोड़ने के बाद विराट पर दबाव और बढ़ गया है. अब वे टेस्ट के साथ-साथ वनडे और टी20 में भी टीम की कमान संभालेंगे.
साल की शुरुआत में ही उनके सामने बड़ा चैलेंज आ गया है, क्योंकि 15 जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज है और फिर उसके बाद तीन मैचों की टी20 सीरीज भी है. ऐसे में उनपर सबसे बड़ा दबाव इंग्लैंड को हराकर वनडे और टी20 सीरीज पर कब्जा जमाना है.
टेस्ट में अंग्रेजों पर पड़े भारी, अब वनडे-टी20 की बारी
टेस्ट में टीम इंडिया इंग्लैंड पर भारी रही और सीरीज 4-0 से जीती. अब तीन मैचों की वनडे और तीन मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है.
अब विराट की कप्तानी में टीम इंडिया मैदान पर उतरेगी तो एक बार फिर फैन्स को उनसे जबरदस्त बैटिंग और कप्तानी की उम्मीद होगी.
टेस्ट में सहवाग की सेन्चुरी का रिकॉर्ड तोड़ना
विराट कोहली 53 टेस्ट में अब तक 15 सेन्चुरी लगा चुके हैं. जनवरी-फरवरी में ही वो 5 टेस्ट खेल लेंगे और पूरा साल बाकी है. ऐसे में उनके सामने सहवाग की सेन्चुरी के रिकॉर्ड को तोड़ने का चैलेंज होगा. सहवाग ने टेस्ट में 23 सेन्चुरी लगाई हैं.
यदि विराट ऐसा कर पाए तो सौरव गांगुली (16), वीवीएस लक्ष्मण (17), दिलीप वेंगसरकर (17) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (22) का रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे.
विराट ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैचों में कप्तानी की है, जिसमें एक में हार मिली और एक मैच ड्रॉ रहा.
टीम की नंबर वन टेस्ट पोजिशन बरकरार रखना
विराट की कप्तानी में टीम इंडिया 2016 में टेस्ट की नंबर 1 टीम बनी. अक्टूबर में कोलकाता टेस्ट में न्यूजीलैंड को हराकर वो टॉप पर पहुंची थी. इसके बाद से विराट की टीम 5 टेस्ट मैच (1 न्यूजीलैंड और 4 इंग्लैंड के खिलाफ) जीत चुकी है, जबकि 1 ड्रॉ रहा.
फिलहाल 120 रेटिंग प्वाइंट के साथ टीम इंडिया नंबर 1 है. दूसरे स्थान पर 105 प्वाइंट्स के साथ ऑस्ट्रेलिया है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज
विराट और पूरी इंडियन टीम के लिए साल की सबसे बड़ी और चैलेंजिंग टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगी. पिछली बार फरवरी, 2013 में ऑस्ट्रेलियाई टीम इंडिया आई थी. तब धोनी की कप्तानी में उसे चार मैचों की सीरीज में टीम इंडिया ने क्लीन स्वीप किया था.
इसके बाद नवंबर-दिसंबर, 2014 में ऑस्ट्रेलिया खेलने गई भारतीय टीम यहां जीत के लिए तरस गई थी. इस टूर पर धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया था और ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ विराट ने अपने कप्तानी करियर की शुरुआत की थी.
बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच
इंग्लैंड के बाद बांग्लादेश की टीम एकमात्र टेस्ट खेलने के लिए भारत आएगी. ये मैच 8 से 12 फरवरी तक हैदराबाद में होगा. बांग्लादेशी टीम उलटफेर करने के लिए जानी जाती है. पहली बार वो भारत में कोई टेस्ट मैच खेलेगी.
अपनी पिछली सीरीज में वो इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को हराकर सीरीज 1-1 से ड्रॉ करने में कामयाब रही थी.
टेस्ट में 2016 की परफॉर्मेंस को दोहराना
2016 में विराट ने 12 टेस्ट मैच खेले और 1215 रन बनाए. इस साल उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि तीन डबल सेन्चुरी रही. विराट ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 200 रन, न्यूजीलैंड के खिलाफ 211 और इंग्लैंड के खिलाफ 235 रन की इनिंग खेली. देखना होगा कि क्या विराट इसी तरह की परफॉर्मेंस को 2017 में जारी रख पाते हैं कि नहीं.
विदेश में बेहतर परफॉर्म करना
जून, 2016 में इंग्लैंड में वनडे ICC चैम्पियंस ट्रॉफी होनी है. इंग्लैंड में अब तक विराट फ्लॉप रहे हैं. विराट ने इंग्लैंड में अब तक 14 वनडे खेले, जिसमें 38 के एवरेज से सिर्फ 424 रन बना सके.
वहीं, इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में 10 मैच खेले. 107 के बेस्ट स्कोर के साथ सिर्फ 291 रन बना सके. ऐसे में 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी में विराट पर खुद को वहां साबित करने के मौके साथ ही चैलेंज भी होगा.
IPL-10में छा जाना
IPL का 9वां सीजन पूरी तरह से विराट कोहली के नाम रहा. टी20 क्रिकेट में वो बेहद अटैकिंग दिखे और एक ही सीजन में 4 सेन्चुरी बना डालीं.
इससे पहले विराट ने IPL में एक भी सेन्चुरी नहीं लगाई थी. 2015 में उन्होंने इस लीग में 973 रन बनाए.
उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु फाइनल में भी पहुंची. देखना होगा कि लीग के 10वें सीजन में एक बार फिर विराट छा पाते हैं कि नहीं.