बेंगलुरु के किसी प्रैस्टीजियस मैनेजमैंट इंस्टिट्यूट की 22 वर्षीय छात्रा पाखी जब एक दिन फेसबुक देख रही थी तो उस के एक अन्य फेसबुक फ्रैंड का मैसेज आया, यार, यह बताओ तुम्हारा फेसबुक अकाउंट हैक हो गया है क्या? क्योंकि तुम्हारे नाम और तुम्हारे फोटो के साथ फेसबुक पर एक दूसरा अकाउंट खुला हुआ है और उस में यह भी लिखा है कि तुम्हारा फेसबुक अकाउंट हैक हो गया है इसलिए तुम ने यह नया फेसबुक अकाउंट ओपन किया है और उस फेसबुक पर फ्रैं डरिक्वैस्ट के रूप में मेरे कई फ्रैंड्स ने उस रिक्वैस्ट को कन्फर्म भी कर दिया है.
पाखी ने जब अपनी फ्रैंड कामिनी का यह मैसेज पढ़ा तो उस के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई. उस ने आननफानन में अपने कई फ्रैंड्स को फोन किया और इस प्रकार की फर्जी फेसबुक के परिणामों के बारे में पता किया. अधिकांश दोस्तों ने यही कहा कि फेसबुक पर इस की शिकायत करो और अपने सभी फ्रैंड्स को भी यही करने को कह दो. शीघ्र ही फेसबुक उस फेक अकाउंट को ब्लौक कर देगा. पाखी ने यही किया और कुछ दिनों में उस के उस फर्जी अकाउंट से उस का फोटो हट चुका था. फिर पाखी ने अपने एफबी अकाउंट पेज की टाइमलाइन पर यह मैसेज भी अपलोड कर दिया कि उस का फर्जी अकाउंट बना है इसलिए उस के नाम से कोई फ्रैंडरिक्वैस्ट का कोईर् भी मैसेज आए तो उसे कन्फर्म न करें.
इस के अतिरिक्त पाखी ने फेसबुक पर सैटिंग्स में प्राइवेसी वाले लिंक पर जा कर कई चीजों को चेंज कर दिया. जैसे फेसबुक पर उस के मैसेज को कौनकौन देख सकता है, उस के फ्रैंड लिस्ट में कौनकौन फोटो अपलोड कर सकता है. इस से उस का अकाउंट फिर से सेफ हो गया.
फेसबुक के इस प्रकार के फर्जी अकाउंट के फ्रैंडरिक्वैस्ट को बिना जाने कन्फर्म करने के कारण आएदिन वित्तीय धोखाधड़ी से ले कर अन्य कई प्रकार की व्यक्तिगत क्षति की घटनाएं अब आम हो गई हैं. लिहाजा, यह आवश्यक हो गया है कि यदि हम फेसबुक पर किसी अकाउंट को ओपन करते हैं तो उस पर फ्रैंडरिक्वैस्ट के आए मैसेज को सावधानी से पढ़ें.
जब हम फेसबुक पर आई सभी फ्रैंडरिक्वैस्ट को बिना सोचेसमझे कन्फर्म कर देते हैं तो किसी परेशानी में फंस जाते हैं इसीलिए फेसबुक केबारे में बेसिक जानकारियां और फेसबुक पर फर्जी अकाउंट को पहचानने के तरीकों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.
फेसबुक पर फर्जी अकाउंट को पहचानना जरूरी
इस में कभीकभी वैसे अकाउंट ओपन किए जाते हैं जिस में आवश्यक जानकारियां वास्तविक नाम तथा आइडैंटिटी को गुप्त रखा जाता है. गलत नाम, फर्जी लोकेशन तथा एडै्रस के कारण यह जानना मुश्किल हो जाता है कि किसी तरह की डाटा की चोरी तथा धोखाधड़ी के लिए आखिर दोषी कौन है. फिर इस प्रकार के फर्जी अकाउंट के जरिए वे दूसरे व्यक्ति के अकाउंट में घुस कर उस के महत्त्वपूर्ण गोपनीय डाटा को अनैतिक रूप से प्राप्त कर उस का अनुचित फायदा उठाते हैं. इस तरह के फर्जी फेसबुक अकाउंट का मुख्य उद्देश्य आप की संपत्ति, बैंक बचत तथा अन्य कीमती वस्तुओं की गैरकानूनी चोरी करना होता है.
फर्जी फेसबुक अकाउंट हालफिलहाल बैंकों से अनाधिकारिक निकासी तथा अन्य प्रकार के साइबर अपराधों में बेतहाशा वृद्धि का भी कारण है. आप के बैंक अकाउंट के नंबर के साथ पासपोर्ट और अन्य अनिवार्य जानकारियां भी खतरे में पड़ सकती हैं. आप के अकाउंट पर फर्जी फ्रैंड आप की टाइमलाइन पर गंदे तथा अश्लील फोटो और वीडियो भी अपलोड कर सकते हैं जिस के कारण आप को शर्मिंदगी के साथ कई कानूनी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है.
फेसबुक अकाउंट पर फर्जी जैंडर का अर्थ अकाउंट होल्डर का अपने सैक्स से विपरीत फोटो लगाने से है. उदाहरण के लिए कोई पुरुष अकाउंट होल्डर अपने प्रोफाइल में किसी महिला या लड़की का फोटो लगा सकता है. चूंकि फीमेल करैक्टर पुरुष के लिए आकर्षक होता है, इसीलिए इस प्रकार के अकाउंट कई फ्रैंड्स को अपनी तरफ आकर्षित करने में आसानी से सफल हो जाते हैं. इसीलिए जब आप इस प्रकार के फर्जी अकाउंट को कन्फर्म कर रहे हों तो उस से पहले आप उस अकाउंट होल्डर की आइडैंटिटी को कन्फर्म कर लें.
काल्पनिक प्रोफाइल नाम
फर्जी अकाउंट को पहचानने का एक और आसान तरीका प्रोफाइल नाम को पहचानने से भी है. यदि किसी यूजर का प्रोफाइल नाम किसी बड़े सैलिब्रिटी का हो तो यह मान कर चलिए कि वह फेसबुक अकाउंट कभी भी वास्तविक नहीं हो सकता. लिहाजा, ऐसी फ्रैंडरिक्वैस्ट को फर्जी मान कर हमेशा रिफ्यूज कर दें.
फ्रैंडरिक्वैस्ट भेजने वाले के प्रोफाइल को सावधानी से पढ़ें
जब हम अपने फेसबुक अकाउंट पर किसी के द्वारा भेजी गई फ्रैंडरिक्वैस्ट को रिसीव करते हैं तो हमारा पहला रिएक्शन खुशियों से भरा होता है. लेकिन जो आप को फांस रहा है उसे खुशी से क्या मतलब, अत: ऐसी स्थिति में विवेकपूर्ण निर्णय यही होता है कि हम फेसबुक पर फ्रैंडरिक्वैस्ट भेजने वाले के प्रोफाइल को सावधानीपूर्वक पढ़ें और गहराई से विचार करें कि उस के द्वारा दी गई सूचनाएं वास्तव में तर्कसंगत हैं या नहीं. उदाहरण के लिए यदि फ्रैंडरिक्वैस्ट वाले ने अपनी उम्र 25 वर्ष दिखाई है और अपने वर्किंग स्टेटस में खुद को किसी कंपनी के चीफ ऐग्जीक्यूटिव अफसर के रूप में दिखाया है तो यह सही नहीं है, क्योंकि इतनी कम उम्र में किसी कंपनी का सीईओ होना किसी भी लिहाज से तथ्यपरक नहीं लगता है. लिहाजा, इस प्रकार की फर्जी फ्रैंडरिक्वैस्ट रिजैक्ट कर दें.