पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष शहरयार खान ने कहा है कि सितंबर-अक्टूबर में दुबई में महिला सीरीज नहीं होने को लेकर उठे विवाद पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के पाकिस्तान के पक्ष में फैसला देने के बाद वह कानूनी कार्रवाई कर बीसीसीआई से मुआवजे की मांग कर सकते हैं.
शहरयार खान ने कहा, ‘‘आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा कि वह अपने विदेश मंत्रालय से मिले पत्रों या कोई अन्य दस्तावेज साक्ष्य के रूप में पेश करे जिससे यह पुष्टि हो सके कि उसने अपनी सरकार की सलाह पर पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी महिला चैंपियन्स लीग में खेलने के लिए अपनी टीम यूएई नहीं भेजी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आईसीसी तकनीकी समिति ने यह माना कि भारत ने यह सीरीज गंवा दी और उसने हमारी महिला टीम को अंक दे दिये क्योंकि बीसीसीआई ऐसा कोई दस्तावेज नहीं दिखा पया जिससे यह पुष्टि होती कि उनकी सरकार ने उन्हें सीरीज खेलने से रोका था.’’
शहरयार का कहना है कि दोनों बोर्डों के बीच 2015 से 2022 तक छह सीरीज खेलने के लिए 2014 में समझौता हुआ था. हम अपनी घरेलू सीरीज पिछले साल जनवरी में श्रीलंका में आयोजित करने को तैयार थे, लेकिन भारत ने कहा कि उसे अपने विदेश मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिली है.
पीसीबी प्रमुख ने कहा कि बोर्ड की कानूनी टीम को दस्तावेज तैयार करने को कहा गया है, जिन्हें पाकिस्तान दुबई में जनवरी में होने वाली आइसीसी बैठक में सौंपेगा. हम उन सभी सीरीज के लिए उचित मुआवजे की मांग करेंगे जो भारत ने हमारे साथ नहीं खेली और जिनके कारण हमें भारी नुकसान हुआ.
भारत ने 2007 के बाद पाकिस्तान के साथ पूर्णकालिक द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है. शहरयार ने कहा कि यदि बीसीसीआई अगले साल जून में इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी ग्रुप चरण में भी उसके साथ खेलने से इन्कार करता है तो आइसीसी के पास अब उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कानूनी पक्ष है.