रिलायंस जियो 4जी सर्विस के तमाम मोबाइल कंपनियों के साथ फ्री सिम और सर्विस का करार किये जाने के बाद अब ग्राहकों के बढ़ते बोझ का असर दिखने लगा है. 31 दिसंबर तक फ्री अनलिमिटेड 4G डेटा, लाइफटाइम फ्री कॉलिंग और रोमिंग जैसी सर्विस के बाद भी रिलायंस जियो आखिर पिछड़ क्यों रहा है. यह सवाल हैरानी भरा है.

लेकिन रिसर्च के मुताबिक मुकेश अंबनी की कंपनी रिलायंस जियो इनफोकॉम दो महीने तक लोगों को फ्री डेटा और कॉलिंग देने के बाद भी दूसरे भारतीय टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देने में नाकामयाब दिख रही है. और शायद यही वजह है कि कंपनी अपने वेलकम ऑफर को तीन महीने और एक्सटेंड कर सकती है.

प्रतिद्वंदी कंपनियां कर रही हैं अच्छा बिजनेस

सिटी रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस जियो के आने के बावजूद एयरटेल, आईडिया और वोडाफोन के यूजरबेस में पिछले छह महीनों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

21 नवंबर को जारी की गई सिटी रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है, 'मौजूदा सब डेटा देखते हुए ऐसा नहीं लगता है कि रिलायंस जियो के ऑफर ने अपने लॉन्च से दूसरे महीने मे दूसरी कंपनियों पर कोई खास असर डाला है. एयरटेल, वोडाफोन और आईडिया के सब डेटा में पिछले छह महीने के दौरान अक्टूबर में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है'

विश्लेषकों के मुताबिक टेलीकॉम दिग्गज भारती एयरटेल अभी भी टॉप पर बनी हुई है. सेल्यूलर ऑपरेशन्स असोसिएशन ऑफ इंडिया के मताबिक अक्टूबर में एयरटेल के कस्टमर्स में सबसे ज्यादा 2.33 मिलियन की बढ़ोतरी हुई. इसके अलावा आईडिया और वोडाफोन में क्रमशः 1.43 मिलियन और 1.12 मिलियन की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

दिसंबर तक 100 मिलियन कस्टमर्स के टारगेट से काफी दूर

गौरतलब है कि हाल ही में रिलायंस जियो ने 100 मिलियन कस्टमर्स का टार्गेट हासिल करने के लिए सिम की होम डिलिवरी शुरू की है. देश में शायद यह पहली बार है जब कोई कंपनी पिज्जा की तरह घर घर सिम पहुंचा रही है.

लेकिन रिपोर्ट्स का मानें तो दिसंबर के आखिर तक कंपनी 100 मिलियन कस्टमर्स जुटाने में फेल हो सकती है. इसकी वजह ये है कि जियो की ग्रोथ रेट में 50 फीसदी की गिरावट हुई है.

जियो के फेल होने के पीछे ये वजहें हो सकती हैं

– फ्री कॉलिंग तो है, लेकिन कॉल कनेक्ट हो जाए इसकी गारंटी नहीं. आम तौर पर जियो से जियो कॉलिंग काफी आसान है. लेकिन जियो से दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग में दिक्कते आ रही हैं.

– बिना 4G हैंडसेट के रिलायंस जियो यूज नहीं कर सकते. गांवों में अभी भी 4जी स्मार्टफोन दूर की कौड़ी साबित होता है. इसके अलावा लोगों के पास पहले से महंगे स्मार्टफोन है तो वो फिर से एक 4जी स्मार्टफोन लेने में हिचकते तो जरूर हैं.

– फ्री सर्विस तो मिल रही है, लेकिन 4G डेटा की स्पीड में लागातार गिरावट भी दर्ज की जा रही है. चाहे स्पीड टेस्ट की वेबसाइट हो या फिर TRAI का स्पीड टेस्ट पोर्टल. इन सभी ने आंकड़ों के जरिए यह बताया है कि लॉन्च होने के बाद से इसकी स्पीड में लगातार कमी हो रही है. ऐसे में जाहिर है कस्टमर्स निराश होंगे ही.

– डुअल सिम स्मार्टफोन होने की वजह से लोग रिलायंस जियो का सिम के साथ पहले वाला भी नंबर यूज कर रहे हैं. क्योंकि जाहिर है वेलकम ऑफर के बाद पैसे देने होंगे और जगह जगह जियो की सर्विस स्लो हो रही है.

कई कंपनियों ने रिलायंस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. बहरहाल जिस तेजी से ग्राहक रिलायंस 4जी सर्विस के लिए उतावले हो रहे थे, उससे उलट सर्विस लेने के बाद उतनी ही तेजी से गायब भी हो रहे हैं.

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