टीम इंडिया के चीफ कोच अनिल कुंबले ने साफ किया कि कर्नाटक के ओपनर लोकेश राहुल इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में खेलेंगे. राजकोट में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था जिसमें राहुल मैच फिटनेस साबित नहीं कर पाने के कारण खेल नहीं सके थे.

उन्होंने कर्नाटक के लिए राजस्थान के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेल न केवल अपनी मैच फिटनेस साबित की बल्कि इस मैच में 76 और 106 रन की बेहतरीन इनिंग्स खेल फॉर्म में होने का प्रमाण भी दे दिया. राहुल और मुरली विजय दूसरे टेस्ट में ओपनिंग करेंगे जिसका मतलब है कि दिल्ली के ओपनर गौतम गंभीर को प्लेइंग इलेवन से बाहर होना पड़ सकता है.

गंभीर नहीं दिखे सहज

राजकोट टेस्ट में गंभीर ने पहली इनिंग्स में 29 रन बनाए थे जबकि दूसरी में वह खाता भी नहीं खोल सके. स्टुअर्ट ब्रॉड और क्रिस वोक्स ने अपनी स्विंग और बाउंस से गंभीर को खासा परेशान किया था. यही वजह रही कि विशाखापत्तनम से थोड़ी दूरी पर स्थित विजयानगरम में राजस्थान के खिलाफ रणजी मैच खेल रहे कर्नाटक के लोकेश राहुल को टीम से जोड़ने का फैसला सिलेक्टर्स ने लिया.

कोच की सोच

कोच कुंबले ने कहा कि अभी टेस्ट मैच शुरू होने में काफी समय है. राहुल सिलेक्शन के लिए उपलब्ध थे. हम चाहते थे कि वह स्टार्टिंग लाइनअप में हों इसलिए उन्हें टीम में शामिल किया गया है. वह चोट से उबर चुके हैं और उन्होंने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रणजी ट्रॉफी मैच भी खेल लिया है. मंगलवार को उन्होंने सेंचुरी बनाई और मैच की पहली इनिंग्स में 70 प्लस का स्कोर भी किया. चूंकि रणजी ट्रॉफी मैच विजयनगरम में हो रहा है जो विशाखापट्टनम से काफी करीब है इसलिए उन्हें टीम में शामिल करना अच्छा फैसला है.

एंडरसन टारगेट नहीं

दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड के अनुभवी पेसर जेम्स एंडरसन के खेलने की संभावनाओं के बारे में जब कुंबले से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारा फोकस केवल एक प्लेयर पर नहीं है. एंडरसन ने 450 प्लस टेस्ट विकेट लिए हैं जो उनके अनुभव को दर्शाता है. वह भारत में पहले भी खेल चुके हैं. वह इंग्लैंड के बेहतरीन पेसर हैं. टीम में आपको अनुभव की जरूरत होती है और जब कोई अनुभवी प्लेयर सिलेक्शन के लिए उपलब्ध रहता है तो इससे टीम मजबूत होती है. हम इंग्लैंड को एक टीम के तौर पर देख रहे हैं न कि हमारा ध्यान किसी व्यक्तिगत प्लेयर पर है.

पेसर्स का तारीफ

कुंबले ने पेसर्स उमेश यादव और मोहम्मद शमी की भी तारीफ की जिन्होंने कम विकेट मिलने के बावजूद न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज और इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में प्रभावी बोलिंग की. कुंबल ने कहा कि पेसर्स शमी और उमेश ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. दोनों की बॉल रिवर्स स्विंग हुई जिससे इंग्लैंड के बैट्समेन परेशानी में पड़े. दोनों ने न केवल राजकोट बल्कि न्यूजीलैंड के खिलाफ भी बढ़िया बोलिंग की. भुवी (भुवनेश्वर कुमार) और सभी पेसर्स अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

कैचिंग की चिंता

राजकोट टेस्ट में भारतीय टीम ने 6 कैच टपकाए और इस पहलू पर कुंबले की भी बारीक नजर है. कुंबले ने कहा कि मैं टीम के साथ साढ़े तीन महीने से हूं और इस दौरान उसने तीनों डिपार्टमेंट (बैटिंग, बोलिंग और फील्डिंग) में अच्छा प्रदर्शन किया है. कैचिंग एक ऐसा पहलू है जिस पर टीम खुद को गौरवान्वित महसूस करती है. हमने राजकोट में कैचिंग के मामले में खुद को निराश किया. इस पूर्व लेग स्पिनर ने बोलर्स का बचाव करते हुए कहा कि राजकोट की पिच बैटिंग के लिए अच्छी थी और मैच में 6 सेंचुरी लगी.

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