दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘छपाक’ 10 जनवरी को पर्दे पर आई थी. इस फिल्म की कहानी एसिड पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित थी. फिल्म की कहानी बेहद ही शानदार थी सभी को उम्मीद थी यह फिल्म पर्दे पर शानदार प्रर्दशन करेगी, लेकिन दीपिका जेएनयू में हो रहे प्रोटेस्ट का हिस्सा बनी जिसका असर उनके फिल्म पर दिखा,लोगों ने इस फिल्म का बॉयकॉट करना शुरू कर दिया. यहीं कारण था जिस वजह से फिल्म पर्दे पर फ्लॉप हो गई. कुछ ऐसा ही हुआ तापसी पन्नू की फिल्म ‘थप्पड़’ के साथ भी

दरअसल, तापसी की फिल्म ‘थप्पड़’ 28 फरवरी को पर्दे पर रिलीज हुई जबकी इससे पहले ही लोग इस फिल्म के खिलाफ कई तरह के सवाल करने लगे थें. इस फिल्म के खिलाफ बॉयकॉट के नारे लगाने शुरू हो गए थे. इसके पीछे की वजह थी तापसी का प्रोटेस्ट में जाना.

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मुंबई में हुए प्रोटेस्ट में तापसी ने हिस्सा लिया था जिसके बाद लोग उनके खिलाफ हो  गए थें. तापसी ने प्रोटेस्ट के दौरान कहा था मैं CAA के बारे में ज्यादा नहीं जानती थी क्योंकि इसके बारे में मैं ज्यादा पढ़ी नहीं थी लेकिन जेएनयू में जो लड़ाई का वीडियो देखा था वह बहुत ही शर्मनाक था.

 

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A heart laugh! Our most common expression lately! #Thappad

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इस बात से तापसी लाइमलाइट में आ गई थीं. लोग उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिए थे. वहीं तापसी ने इस बात पर सफाई देते हुए कहा है ‘व्यक्तिगत राय औऱ प्रोफेशनल लाइफ दोनों अलग-अलग चीज है. दोनों की तुलना करना गलत है. आगे उन्होंने कहा किसी भी हैशटैग  को  ट्रेंड  करने के लिए 1000-2000 ट्वीट्स  से अगर किसीको लगता है वाकई किसी फिल्म पर फर्क पड़ता है तो यह गलत है. इससे मेरे फिल्म पर कोई फर्क नहीं पड़ता है. जिसे मेरी फिल्म देखनी होगी वह जाकर जरूर देखेंगे. फिल्म को राजनीतिक विचारधारा पर तय करना गलत है.’

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