आजकल बच्चे हो या बड़े हर कोई अपने स्वाद की चीजें खाना पसंद करता हैं. खाते समय कोई यह नहीं सोचता की यह भोजन उसकी सेहत पर क्या असर डालेगा या इस से हमे पौष्टिकआहार की प्राप्ति होगी या नहीं हमारे शरीर में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन ,हीमोग्लोबिन इन सभी का संतुलन बना हो तो हम स्वस्थ व निरोगी रह सकते हैं. शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में आयरन का बहुत महत्व हैं .
क्यों जरूरी हैं आयरन
आयरन के बिना हीमोग्लोबिन नहीं बन सकता .हीमोग्लोबिन आयरन युक्त प्रोटीन हैं .हीमोग्लोबिन से खून को लाल रंग की प्राप्ति होती है. यह लाल रक्त कण खून का मुख्य घटक है. जो शरीर में अधिक औक्सीजन का उत्पादन करता है और श्वास गति की क्षमता को भी बढ़ाता है. आयरन जरूरी औक्सीजन को फेफड़ों से लेकर शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचाने का कार्यकरता है.
आयरन की संतुलित मात्रा
आयरन की कमी व ज्यादा होना दोनों ही अवस्था नुकसान देह साबित हो सकती हैं. आयरन की कमी होने से एनीमिया जैसी घातक बीमारी होने का खतरा होता हैं और पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में आयरन की कमी ज्यादा देखने को मिलती है. पुरूषों में सामान्य हीमोग्लोबिन 13.5-17.5ग्राम/डीएल और महिलाओं में 12.0-15.5 ग्राम/डीएल बच्चे: 11 – 16 ग्राम/डीएलगर्भवती महिलाओं: 11 – 15.1 ग्राम/डीएल होना चाहिए.
आयरन की मात्रा ज्यादा होने से होने वाले रोग
आयरन की अधिकता से हीमोक्रोमेटिक रोग होने की सम्भावना होती हैं. आयरन की मात्रा बढ़ जाती है तो कई और रोगों के होने की संभावनाभी बढ़ जाती है. जैसे- मधुमेह, कैंसर, लीवर की समस्या, हार्ट-अटैक, गठिया, नपुंसकता, हाजमा बिगड़ना आदि कई गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है.
आयरन की कमी से होने वाले रोग
आयरन की कमी से एनीमिया होने का खतरा होता हैं .यह महिलाओं मे अधिक होता हैं क्योंकी वो खुद के खान पान का ध्यान नहीं रख पाती और मासिकधर्म होने के कारण उन मे खून की कमी आ जाती हैं. इससे सांस की बीमारी,शरीर के तापमान को बनाए रखने में कठिनाई होना, दिल की बीमारी का खतरा भी रहता हैं. इसके कई लक्षण होतेहैं जैसे -जल्दी थकान होना, त्वचा का फीका पीला दिखना,सर दर्द व चक्र आना, कमज़ोर इम्यून सिस्टम ,आंखों के नीचे काले घेरे होना ,पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होना ,बालों का अधिक झड़ना.
आयरन की कमी करें पूरी हरी सब्जी
हरी सब्जियों मे हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले तत्व अधिक मात्रा मे होते हैं. जैसे पालक में कैल्शियम, सोडियम, क्लोरीन, फास्फोरस, खनिज लवण और प्रोटीन जैसे तत्व प्रचुर मात्रा मे होते हैं.टमाटर, सरसों, मेथी, धनिया, पुदीना, बथुआ, गोभी ,बींस ,खीरा,का खूब सेवन करें .
चकुंदर
चुकन्दर से प्राप्त आयरन से रक्त में हीमोग्लोबिन का निर्माण होता है और यह लाल रक्तकणों की सक्रियता के लिए भी प्रभावशाली होता है. चुकन्दर के अलावा चुकन्दर की पत्तियों मेंभी काफी अधिक मात्रा में आयरन होता है.चकुंदर को जूस ,सूप या सलाद के रूप मे रोजाना अपनी डाइट मे लाए सकते हैं .
अनार
अनार आयरन कैल्शियम, सोडियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर होता है. प्रतिदिन अनार का जूस पीने से शरीर में रक्त का संचालन अच्छी तरह से होता है.
सूखे मेवे
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए खजूर, बादाम और किशमिश खाएं. इनमें आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है. रोजाना दूध के साथ खजूर खाने से शरीर को बहुत से फायदे होते हैं. खजूर खाने सेशरीर को भरपूर मात्रा में आयरन मिलता है.
गुड़
गुड़ आयरन की कमी को दूर करने मे बहुत सहयक होता हैं यह एक प्राकृतिक खनिज है.यह विटामिन से भरपूर होता है. गुड़ पेट के लिये भी लबकरी होता हैं .
अंडा
अंडे में प्रोटीन, वसा, कई तरह के विटामिन, मिनरल्स, आयरन और कैल्शियम जैसे गुणकारी तत्वों होते है. इसमे विटामिन डी भी पाया जाता है.