हाल ही में इंग्लैंड के पूर्व फुटबौलर डैनी मर्फी अपनी पत्नी जोहना टेलर से आपसी सहमति से अलग हो गए. दोनों की 14 साल पुरानी वैवाहिक जिंदगी अब खत्म होने के कगार पर है. इसी तरह 18 साल के खूबसूरत वैवाहिक रिश्ते को विराम देते हुए मई 2017 में बौलीवुड सेलिब्रिटी अरबाज खान और मलाइका अरोड़ा भी एकदूसरे से अलग हो गए.
एक्टर, डायरेक्टर और सिंगर फरहान अख्तर ने भी अधुना अख्तर के साथ अपनी 15 सालों की वैवाहिक जिंदगी का अंत कर दिया. नवंबर 2014 को शादी के 14 साल बाद प्यार भरे रिश्ते की मिसाल समझे जाने वाले हरदिल अजीज ऋतिक रोशन और सुजैन खान का अलग होना भी कम शौकिंग नहीं था. इस तरह के २-४ नहीं बल्कि सैकड़ों मामले दीखते हैं जब प्यार भरा दांपत्य जी रहे कपल्स शादी के कई साल बाद एकदूसरे से अलग हो जाते हैं.
शादी के कई साल बाद जब कि हनीमून फेज यादों में सिमट चुका होता है, कुछ मैरिटल इश्यूज है सिर उठाने लगते हैं. रिश्ते की मजबूती के लिए जरूरी है कि समय रहते उन पर ध्यान दिया जाए.
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- जब आप पार्टनर कम और रूममेट अधिक लगने लगे
शादी के काफी समय बाद एक समय आता है जब आप रोमांटिक पार्टनर्स कम और रूममेट्स की तरह ज्यादा व्यवहार करने लगते हैं. आप लंबे समय तक मजबूत रिश्ते में बंधे रहें उस के लिए जरूरी है परस्पर आकर्षण कायम रखना.
इस के लिए एक प्रयास करने पड़ते हैं. कभीकभी रोमांटिक ड्राइव पर जाएं. एकदूसरे को सरप्राइज़ दे. शारीरिक हावभाव द्वारा समयसमय पर एक दूसरे के प्रति प्यार प्रकट करें. जरुरत पड़ने पर काउंसलिंग के लिए जाते रहे. ऐसे प्रयास आप को एकदूसरे से जोड़े रखते हैं.
इस के विपरीत यदि आप अपना पूरा फोकस एकदूसरे के बजाए जिंदगी से जुड़ी दूसरी बातों पर लगा देते हैं तो समझिए कि वह दिन दूर नहीं जब आप पार्टनर कम रूममेट्स ज्यादा लगने लगेंगे.
2. एक दूसरे से बोरियत
विवाह के कई साल बाद यह सोचना बेमानी है कि आप का हर दिन परियों की कहानियों जैसा खूबसूरत गुजरेगा. यदि आप अपनी वैवाहिक जिंदगी से बोर होने लगे तो इस का मतलब है कि आप ने एकदूसरे को ग्रांटेड ले लिया है. आप एक रूटीन लाइफ जीने लगे हैं और किसी भी तरह के रिस्क लेने से बचने लगे हैं. सेक्स , एजिंग, इनलाज से जुड़े विषयों पर डिस्कशन करने या फिर अपनी दैनिक दिनचर्या में परिवर्तन लाने से भी हिचकिचाने लगे हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप खुद को बदले. हर विषय पर बात करें और जीवन में विविधता लाए.
3. रोमांस और फिजिकल क्लोजनेस की कमी
अक्सर शादी के कुछ साल बाद कपल्स की सेक्स लाइफ कम होती जाती है. इस के कई कारण हो सकते हैं जैसे फिजिकल और मेंटल हेल्थ इश्यूज,स्लीप इश्यूज , बच्चों का जन्म, दवाओं का असर,रिलेशनशिप से जुड़ी समस्याएं वगैरह.
शादी के कुछ सालों के बाद ऐसा होना अक्सर स्वभाविक माना जाता है. मगर यह स्थिति लंबे समय तक चले और दूरी बढ़ती जाए तो रिश्ते की मजबूती के लिए खतरा पैदा हो सकता है.
जरूरी है कि कभीकभी पार्टनर को किस और हग कर के अपने प्यार का इजहार करें और उन्हें फिजिकली दूर न जाने दे.
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4. मकसद से दूरी
शादी के 10- 15 साल बाद आप के अंदर यह सोच कर असंतोष पैदा हो सकता है कि आप जिंदगी में कुछ खास मकसद को नहीं पा सके. जब आप की शादी होती है तो जिंदगी की प्राथमिकताएं बदल जाती है. आप का जीवनसाथी और बच्चे आप के लिए सब से ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाते हैं. शादी के बाद हर किसी को छोटेमोटे त्याग और समझौते करने पड़ते हैं जिन की वजह से कई दफा खास कर महिलाओं को, अपने करियर और जिंदगी से जुड़े दूसरे मकसद जैसे अपना बिजनेस शुरू करना, ट्रैवलिंग ,मॉडलिंग या दूसरी हौबीज को समय देना जैसी बातों से वंचित रहना पड़ता है.
अक्सर कपल्स शादी के शुरुआती सालों में रिश्तो को मजबूत बनाने और परिवार आगे बढ़ाने के दौरान अपने सपनों की उड़ान पर बंदिशें लगा देते हैं ताकि वैवाहिक जिंदगी में स्थिरता कायम कर सकें. मगर 10 -15 साल बीतते बीतते उन्हें इस बातका मलाल होने लगता है कि उन्होंने अपने सपनों से दूरी क्यों बनाई. उन्हें लगता है जैसे जिंदगी वापस बुला रही है.
सच तो यह है कि सही मायनों में कपल्स को कुछ बारे करना है तो उन्हें मिल कर कदम बढ़ाने होंगे एक दुसरे को पूरा सपोर्ट देना होगा.
5. सहनशक्ति का घटना
शादी के शुरुआती सालों में जब आप के पार्टनर कुछ इरिटेटिंग या डिस्टर्बिंग काम करते हैं तो आप उसे इग्नोर कर देते हैं. मगर जैसेजैसे समय बीतता जाता है ज्यादातर पार्टनर्स में एकदूसरे के द्वारा की गई गलतियों के प्रति सब्र बनाए रखने और माफ करने की प्रवृत्ति घटती जाती है. शुरुआत में जिन बातों को वे हंस कर टाल दिया करते थे उन्हीं बातों पर एकदूसरे से नाराज होने लगते हैं.
जरूरी है कि शादी के शुरुआती समय में आप एकदूसरे के प्रति जो प्यार और केयर दिखाते हैं, गलतियों को भी पल में नजरअंदाज कर देते हैं, यही प्रवृत्ति उन्हें हमेशा कायम रखनी चाहिए. तब रिश्ते में टकराव नहीं आएगा बल्कि प्यार पनपेगा.
6. छोटे बड़े सेलिब्रेशन
शादी के शुरुआती दिनों में आप छोटे से छोटे मौके को भी सेलिब्रेट करते हैं. 6 माह की मैरिज एनिवर्सरी हो या फर्स्ट डेट एनिवर्सरी ,वैलेंटाइन डे हो या बर्थ डे सेलिब्रेशन ,हर मौके को खास बनाने का प्रयास करते हैं. मगर शादी के 10 -12 साल बीततेबीतते सेलिब्रेशन कम होते जाते हैं.
जरूरी है कि हर छोटीबड़ी खुशियों का आनंद उठाया जाए. सेलिब्रेशन का कारण बदले पर मिजाज नहीं. जैसे वर्क प्रमोशन , बच्चे का बर्थडे ,बच्चे द्वारा ग्रेजुएशन डिग्री हासिल करने का सेलिब्रेशन ,शादी के 10 साल गुजरने का सेलिब्रेशन आदि. कभी भी इन से बचने का प्रयास न करें. ऐसे मौके ही आप दोनों को करीब लाएंगे.
आप अपने दोस्तोंऔर परिजनों के साथ गेट टुगेदर कर सकते हैं या फिर आपस में ही सेलिब्रेट कर सकते हैं. हर मौके को यादगार बनाएं. यह सेलिब्रेशन एक्सपेंसिव होना जरूरी नहीं बल्कि इस में दोनों एंजॉय करें यह मायने रखता है.
अपने प्यार को सेलिब्रेट करने के लिए कभीकभी लौन्ग ड्राइव पर जाएं, कंसर्ट अटेंड करें, मूवी देखें या फिर घर पर ही स्पा नाइट का आनंद लें. यानि कभी भी डेट पर जाना बंद न करें.
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7. बड़ीबड़ी इच्छाएं पूरी करने का दवाब
शादी के 10 -15 साल बाद पहुंचते पहुंचते कपल्स बड़ी बड़ी जिम्मेदारियों का बोझ उठा लेते हैं. बड़ेबड़े लक्ष्य बना लेते हैं. अपना घर, बच्चों की ऊंची शिक्षा जैसी बहुत सी योजनाएं उन के दिमाग में चल रही होती है. इन्हें पूरा करने की जद्दोजहद में अपने रिश्ते पर ध्यान देना कम कर देते हैं. जब कि ऐसे मामलों में संतुलन बना कर चलना बहुत जरूरी है. एकदूसरे के साथ मिल कर यदि आप अपनी योजनाओं पर काम करेंगे तो इस से रिश्ते भी प्रगाढ़ बनते हैं और लक्ष्य भी आसानी से हासिल हो जाते हैं.