अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की आपात बैठक में रियो ओलंपिक में रूस पर प्रतिबंध के बारे में फैसला टाल दिया गया है. आईओसी ने रूस के खेलमंत्री विताली मुटको को रियो ओलंपिक से प्रतिबंधित किया, लेकिन पूरी रूसी टीम पर प्रतिबंध के बारे में फैसला गुरुवार को होने वाले खेलों की मध्यस्थता अदालत (सीएएस) का फैसला आने तक टाल दिया.
आईओसी के कार्यकारी बोर्ड की स्विट्जरलैंड में आपात बैठक हुई कि रूस को रियो ओलंपिक में भाग लेने से प्रतिबंधित किया जाना है कि नहीं. रूस में प्रतिबंधित दवाओं के व्यापक इस्तेमाल की रिपोर्ट्स के बाद रूस को ओलंपिक से बैन किए जाने की मांग उठ रही है.
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने ओलंपिक में रूस पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है. लेकिन आईओसी ने कहा कि वह ऐसा कदम उठाने से पहले कानूनी विकल्पों पर विचार करेगा. आईएएएफ द्वारा रियो ओलंपिक में हिस्सेदारी पर प्रतिबंध के खिलाफ 68 रूसी एथलीट्स की अपील पर सीएएस में गुरुवार को फैसला होना है.
आईओसी ने एक बयान में कहा कि रूसी एथलीटों की ओलंपिक भागीदारी के संबंध में आईओसी सरकार द्वारा प्रायोजित डोपिंग प्रोग्राम पर स्वतंत्र रिपोर्ट का ध्यान से आकलन करेगी. साथ ही वह सभी रूसी एथलीटों पर सामूहिक बैन लगाए जाने के संबंध में कानूनी विकल्प भी तलाशेगी.
आईओसी ने साथ ही कहा कि उसे इस मामले में खेल पंचाट का आने वाले फैसले को भी ध्यान में रखना होगा. गौरतलब है कि इंटरनेशनल एथलेटिक्स फेडरेशन (आईएएएफ) ने रूसी एथलीटों को ओलंपिक एथलेटिक्स मुकाबलों में हिस्सा लेने से बैन कर दिया है.
रूस के कई एथलीटों ने इस प्रतिबंध के खिलाफ खेल पंचाट में अपील की है. इस बीच रूस के खेल मंत्री विताली मुत्को ने कहा कि उनके देश में सरकार द्वारा प्रायोजित कोई भी डोपिंग प्रोग्राम या प्लान नहीं है.
अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा रूसी सरकार द्वारा खेलों की अखंडता पर हमला करना धक्कादायक कदम है.