कंडोम सिर्फ़ यौन संक्रामक रोग से ही नहीं बचाता, ये एक सुरक्षा कवच भी है जो आपको और आपके साथी को आगे की जिंदगी की योजना बनाने में मदद करता है. एक मर्द होने के नाते कंडोम पहनना किसी भी आदमी को ज़्यादा पसंद नहीं आएगा, लेकिन ये चुनाव सिर्फ़ हमारा नहीं है. इसमें हमारी पार्टनर, यानि महिला की रज़ामंदी भी ज़रूरी है. कुछ मर्द कंडोम नहीं पहनने के लिए इमोशनल अत्याचार करते हैं, तो कुछ सिर्फ़ अत्याचार. पर ये समझना ज़रूरी है कि एक सफ़ल रिलेशनशिप या शादी के लिए ज़रूरी है कि आप और आपकी पार्टनर एक साथ इस विषय पर निर्णय लें. समय आ गया है कि अब पुरुष और महिला दोनों ये फैसला करें कि उन्हें कंडोम का उपयोग करना है कि नहीं.