कोरोना वायरस  ने कई लोगों के अपनों से उन्हें दूर कर दिया है. कई टीवी सितारों ने भी अपनों को खो दिया जिसमें एक नाम निक्की तम्बोली का भी है. हाल ही में उन्होंने  अपने छोेटे भाई को खोया है. जिसके बाद से वह काफी ज्यादा दुखी हैं.

निक्की तम्बोली के भाई जतिन तम्बोली कोरोना से संक्रमित थें. जिसके बाद उनका देहांत हो गया है. निक्की के भाई की हालात खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिसके बाग लाख इलाज करवाने के बाद भी उन्होंने कोरोना से दम तोड़ दिया.

ये भी पढ़ें- आशीष पंत की फिल्म ‘उलझन‘‘द नॉट‘ के दीवाने हुए विदेशी पत्रकार

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Nikki Tamboli (@nikki_tamboli)

भाई के जाने के बाद से निक्की तम्बोली बुरी तरह से टूट गई हैं. निक्की को अब अपने माता- पिता कि चिंता सताने लगी है. निक्की के माता- पिता को भी कोविड है इसलिए वह बहुत ज्यादा डरी हुईं हैं.  वहीं निक्की तम्बोली हर दिन भगवान से एक ही प्रार्थना कर रही हैं कि भगवान उन्हें शक्ति दें कि उनके माता- पिता इस सदमें को बर्दाश्त कर सकें.

ये भी पढ़ें- कपिल शर्मा की ऑनस्क्रीन बुआ उपासना सिंह ने बनाया कोरोना का मजाक, हो

कुछ वक्त पहले ही निक्की ने अपने माता-पिता की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि हे भगवान हमें शक्ति दें मैं और मेरे माता पिता इस सदमें से बाहर आ जाएं और मैं एक दिन अपने माता-पिता का नाम रौशन करुंगी.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Nikki Tamboli (@nikki_tamboli)

मैं उनके चेहरे पर खुशी लाने की पूरी कोशिश कर रही हूं मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मेरे माता-पिता इस सदमें को कैसे बर्दाश्त कर रहे हैं. मेरे माता -पिता ने एक ही परिवार में दो लोगों को खोया है 14 दिन पहले मेरी दादी गुजर गई और उसके बाद भाई चला गया. मैं दुआ करती हूं कि भगवान मेरे मां बाप को इस दुख को झेलने की शक्ति दें.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
 

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
  • 24 प्रिंट मैगजीन
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...