विश्व आश्चर्य ताजमहल जिसे मुगल शहंशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में श्वेत संगमरमर से आगरा में बनवाया था, वहीं, शाहजहां यमुना के उस पार मेहताब बाग में अपने लिए एक काला ताजमहल बनवाना चाहता था. शाहजहां का ख्वाब, आगरा में 14 फरवरी, 2015 को विश्व के सुप्रतिष्ठित रेत कलाकार ओडिशा के पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने पूरा कर के दिखा दिया. ताजमहल के पूर्वी गेट से मात्र 500 मीटर दूर विकसित ताज नेचर वाक के एक टीले पर सुदर्शन ने इस ख्वाब को मूर्त रूप दिया. ताज नेचर वाक खुद में एक खुशनुमा क्षेत्र है जहां 9 टीलों से ताज की खूबसूरती अलगअलग रंगों में नजर आती है. 1998 में विकसित यह हरित पट्टी क्षेत्र 46 किस्म के 69 रंगों के फूलों का धरती पर बिखरा एक ऐसा गुलदस्ता है जहां प्रकृति हर मौसम में गुलजार रहती है. ताज के सामने यमुना और ओडिशा के सागर तट की रेत से बनाया गया यह काला ताजमहल अपने शिल्प एवं बारीकियों की दृष्टि से किसी भी तरह शाहजहां के ताजमहल से उन्नीस नहीं लगता.240 फुट ऊंचे शाहजहां के ताज को बनवाने में जहां 2,200 कारीगरों ने 20 वर्षों का समय लिया था वहीं सुदर्शन का 15 फुट ऊंचा काला ताजमहल 22 कारीगरों की सहायता से मात्र 1 सप्ताह में ही तैयार हो गया.

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