वाकई वक्त के साथ बहुत कुछ बदल जाता है. अब शादी और शादियों के फोटोग्राफ्स को ही ले लीजिये, वक़्त के साथ इसमे भी बहुत सारे बदलाव आए हैं. अगर आपने कभी अपने माता-पिता के शादी की फोटोज देखी हैं, तो उसमें आपको शायद ही कोई ऐसी फोटो देखने को मिलेगी, जिसमें वो कैमरे में सीधा देख रहे हो. अधिकतर फोटोज मे उनकी आंखें या तो नीचे या कैमरे से कहीं अलग देखती हुई मिलेंगी. वो जमाना अलग था, वो वक़्त अलग था. जैसे वक़्त बदला है, वैसे ही अब वेडिंग फोटोग्राफी का तरीका और चलन भी बदल गया है. अब शादी के बंधन से एक वाला जोड़ा कैमरे से नजरें नहीं चुराता, बल्कि एक से बढ़कर एक पोसेस में फोटोस क्लिक करवाता है. आज के वक़्त में उन्हे कुछ अलग चाहिए, कुछ ऐसा जो बाकियों से बेहतर हो. कुछ ऐसा जो विशेष हो, जो उन्हें सोश्ल मीडिया पर खूब सारे लाइक्स बटोर कर दे. आज के जोड़े यह बखूबी समझते हैं कि ये वेडिंग फोटोज ना सिर्फ यादों के रूप में उनके साथ रहेंगे, बल्कि सोशल मीडिया पर उन्हें खूब सारे लाइक्स और वाह-वाही भी बटोर कर देंगे.
ऐसे में अब ये कहना भी गलत होगा की दूल्हा-दुल्हन के आलावा बाकी सबको नजरअंदाज कर दिया जाता है. दूल्हा-दुल्हन सहित उनके परिवार वाले भी चाहते हैं कि सबकी फोटोज ली जाये, ताकि बाद में यादों के तौर पर उनको सहेज कर रखा जा सके. फिर भी इन सबके बीच सबसे ज्यादा फोकस तो दूल्हा और दुल्हन पर ही होता है. इसका कारण भी समझना बहुत आसान है. शादी किसी के भी जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक दिन होता है. ये एक ऐसा दिन होता है, जिसके लिए आप ना जाने कब से और कैसे-कैसे सपने संजों कर रखते हैं. ऐसे में शादी वाले दिन इतने सारे रस्मो-रिवाज़ और गतिविधियों के ज़बीच ये मनोरम दिन कैसे निकल जाता है, पता भी नहीं चलता.
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