बिना अपने कंप्यूटर पर कूकीज डाउनलोड किये या फिर अपने बारे में किसी भी वेबसाइट को कम जानकारी देकर भी आप ब्राउजिंग कर सकते हैं. उसके लिए आपको 'प्राइवेट ब्राउजिंग' या 'इनकौगनीटो मोड' में करना होगा और उसको करना बहुत आसान है.
अगर आप किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस के लिए वेब सर्च कर रहे हैं तो 'प्राइवेट ब्राउजिंग ' से सर्च सेव नहीं होता है.
कोई भी जब आपका कंप्यूटर इस्तेमाल करेगा तो उसे पता नहीं चलेगा कि आपने क्या सर्च किया है. वर्ना सभी सर्च जो आपके गूगल अकाउंट से किया जाता है उसका गूगल के पास रिकॉर्ड होता है.
गूगल क्रोम पर 'प्राइवेट ब्राउजिंग' करने के लिए ब्राउजर लांच करने के बाद दाहिनी तरफ ऊपर में ये तीन लाइन दिखाई देती हैं उनपर क्लिक कीजिये. वहां पर 'न्यू इनकौगनीटो विंडो' लिखा दिखाई देगा जिसपर आपको क्लिक करना होगा.
उसके बाद जो ब्राउजर खुलेगा उसपर आप 'प्राइवेट ब्राउजिंग' कर सकते हैं. ये 'प्राइवेट ब्राउजिंग' तब तक चलेगा जब तक आप उसी विंडो पर किसी भी वेबसाइट पर जाएंगे.
अगर आप क्रोम ब्राउजर इस्तेमाल करते हैं तो 'प्राइवेट ब्राउजिंग' के समय भी अपने ब्राउजिंग की हिस्ट्री को सुरक्षित रखने के लिए एक एक्सटेंशन डाउनलोड कर सकते हैं.
'ऑफ द रिकॉर्ड हिस्ट्री' नाम के इस एक्सटेंशन को इस्तेमाल कर के आप जितनी देर 'प्राइवेट ब्राउजिंग' करेंगे, आपकी हिस्ट्री बरकरार रहेगी. एक बार आप ब्राउजर को बंद कर देंगे तो ये हिस्ट्री मिट जायेगी.
वैसे अपने रोजाना के ब्राउजिंग के बारे में जानने के लिए ब्राउजर की 'सेटिंग' में जाकर बीते दिनों आप जिस भी वेबसाइट पर थे उनके बारे में जानकारी मिल जायेगी. ये हिस्ट्री आप अपने कंप्यूटर से मिटा तो सकते हैं लेकिन आपके ब्रॉडबैंड सर्विस प्रोवाइडर के पास ये जानकारी हमेशा रहती है.