मुंबई में स्थित माइक्रोसॉफ्ट की एक कॉन्फ्रेंस में कंपनी के सीईओ ने स्काइप लाइट को लॉन्च किया. यह कंपनी के लोकप्रिय कॉलिंग और इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप स्काइप का लाइट वर्जन है. इसी के साथ माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप प्लस आधार फीचर की भी घोषणा की. यह स्काइप लाइट का आधार पीचर है जो स्काइप लाइट के साथ ऐप में उपलब्ध होगा.
स्काइप लाइट एंड्रॉयड ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है. इसे माइक्रोसॉफ्ट द्वारा खास भारत के लिए लॉन्च किया गया है, खासकर यह ऐप सध्यम रेंज से कम दाम वाले मोबाइल फोन के लिए लॉन्च किया है. इस ऐप को हैदराबाद में काम करने वाली माइक्रोसॉफ्ट के रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर द्वारा बनाया गया है. कंपनी के सीईओ ने बताया कि भारत में कई लाख लोग स्काइप का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों के पास ज्यादा पावरफुल फोन नहीं हैं. इसके अलावा भारत में 4जी नेटवर्क के लॉन्च किए जाने के बावजूद ज्यादातर जगहों पर 3जी या 2जी वाली स्पीड में ही इंटरनेट चलाना पढ़ता है. भारत के ज्यादातर हिस्सों में यूजर इन्हीं नेटवर्क पर हैं. इस वजह से स्काइप लाइट को लॉन्च किया गया है.
नया ऐप 13 एमबी का है. इसे गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया. इसमें स्काइप के ज्यादातर अहम फीचर मौजूद हैं- इंस्टेंट मैसेजिंग, ऑडियो-वीडियो कॉलिंग और स्काइप बॉट्स. माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के मुताबिक, जब यूजर तेज कनेक्शन या वाई-फाई से जुड़े होंगे तो ऐप अपने आप ही एचडी कॉल में स्विच हो जाएगा जो आम स्काइप कॉल जैसा है. और जब भी कनेक्शन कमजोर होगा, संकेत के जरिए कॉल क्वालिटी कमजोर कर दी जाएगी. ऐप अपने आप ही यूजर द्वारा साझा किए जा रहे इमेज को संकेत कर देगा, ताकि डेटा की खपत कम हो. अगर यूजर दुबारा किसी तस्वीर को साझा करना चाहते हैं तो ऐसा सीधा स्काइप से ही संभव हो जाएगा. इसके लिए तस्वीर को दोबारा डाउनलोड और अपलोड करना नहीं पड़ेगा.
स्काइप लाइट यह भी बताएगा कि कितने डेटा की खपत हुई है. इसमें वाई-फाई और सेल्युलर डेटा की विस्तृत जानकारी रहेगी. यह भी पता चलेगा कि स्काइप लाइट को इस्तेमाल करके कितने डेटा की बचत की गई है.
स्काइप लाइट का आधार इंटिग्रेशन
स्काइप प्लस, स्काइप लाइट का आधार फीचर है. इसकी मदद से यूजर की पहचान करना संभव होगा. कॉल के दौरान नीचे दिख रहे मेन्यू बटन पर क्लिक करते हैं तो आपको रिक्वेस्ट आधार वैरिफिकेशन का विकल्प मिलेगा. इस पर टैप करें. इसके बाद उस शख्स को वैरिफिकेशन रिक्वेस्ट भेजा जाएगा जिससे आप स्काइप लाइट पर बात कर रहे हैं. अगर वो शख्स आपकी रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेता है, तो इसके बाद आपके आधार नंबर से जुड़े फोन नंबर पर ओटीपी आएगा. ओटीपी डालते ही पहचान की पुष्टि हो जाएगी. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने बताया कि इसका इस्तेमाल बाद में सरकारी विभागों में किया जा सकता है.
स्काइप लाइट में 7 भारतीय भाषाओं का समर्थन
नए स्काइप लाइट ऐप में सात भारतीय भाषाओं के लिए सपोर्ट मौजूद रहेगा. आप इसका भरपूर लाभ उठा पाएंगे. ऐप हिंदी, गुजराती, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगू और ऊर्दू भाषा को सपोर्ट करेगा. कंपनी ने इस ऐप से की गई हर किस्म की बातचीत की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ली है.