गूगल और एप्पल को टक्कर देने के लिए चीन के अरबपति उद्योगपति जैक मा की कंपनी अलीबाबा ने भी स्मार्ट कार की शुरुआत की है. चीन की ई-कामर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड अब कार उद्योग में भी उतर चुकी है.

अलीबाबा कंपनी का ऑपरेटिंग सिस्टम 'युन' अब फोन और स्मार्टवॉच के अलावा कार के डैशबोर्ड से भी जुड़ेगा, जिससे कार में टच स्क्रीन और एडवांस रियर व्यू मिरर की सुविधा मिलेगी. अलीबाबा ने युन का इस्तेमाल चीन की कार निर्माता कंपनी एसएआईसी मोटर कार्प के साथ मिलकर रोएवे आरएक्स5एसयूवी कार के डैशबोर्ड में किया है.

इस कार को बुधवार को चीन के बाजार में बिक्री के लिए उतारा गया. अवसर पर जैक मा ने कहा, हमारा मानना है कि भविष्य में 80 फीसदी कारें सिर्फ परिवहन के लिए ही इस्तेमाल नहीं होंगी. बल्कि कार का इस्तेमाल एक रोबोट की तरह रोजमर्रा के कामों के लिए किया जाएगा.

यह है खूबी

रोएवे आरएक्स5एसयूवी कार का डैशबोर्ड युन ऑपरेटिंग सिस्टम की मदद से चलेगा. इस स्मार्ट कार के डैशबोर्ड से कार चालक पार्किंग के लिए जगह बुक करा सकता है, कॉफी के लिए आर्डर दे सकता है. उसे इसके लिए अलीपे सिस्टम का इस्तेमाल करना होगा.

कार की कीमत

इस कार की शुरुआती कीमत 148,800 युआन यानि लगभग 14,82,237 रुपये है. सस्ती कार के लिए जैक मा ने एसएआईसी के अध्यक्ष चेन हांग का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि कार की कीमत अंचभित करती है.

गूगल, एप्पल को टक्कर देने की तैयारी

गूगल का एंड्राइड ऑटो और एप्पल के कारप्ले सिस्टम का कारों को स्मार्ट बनाने के लिए तेजी से इस्तेमाल हो रहा है. लेकिन चीन में इन पर बैन है. चीन दुनिया का सबसे बड़ा कार बाजार है. अलीबाबा की नजर इस बाजार पर है. आईएचएस ऑटोमोटिव के आंकड़ों के मुताबिक स्मार्ट कारों का बाजार हर साल 19 फीसदी की दर से बढ़ रहा है और साल 2021 तक यह 4.5बिलियन डॉलर का हो जाएगा.

2015 से हो रहा था काम

अलीबाबा ने जुलाई 2014 में चीन के जाने-माने मोबाइल मैंपिग सर्विस ऑटो नेवी होल्डिंग्स लिमिटेड को 1.5 बिलियन डॉलर में खरीदा था. अलीबाबा और एसएआईसी पिछले कुछ सालों से मिलकर स्मार्ट कार पर काम कर रही हैं. एसएआईसी ने मार्च 2015 में अलीबाबा के साथ एक बिलियन युआन फंड लगभग 10069180141 की लागत से स्मार्ट कार पर काम करना शुरू किया था.

बड़े पैमाने पर एप्पल और गूगल सिस्टम का इस्तेमाल

आईएचएस ऑटोमोटिव के मुताबिक एप्पल का कार प्ले और गूगल का एंड्राइड ऑटो सिस्टम कार कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है. एप्पल का कार प्ले ऑपरेटिंग सिस्टम इस समय 40 से अधिक ऑटो कंपनियां कर रही हैं. जिससे आईफोन को कार के डैशबोर्ड से जोड़ा जा सकता है. इसमें मैप, संगीत सुनने की सुविधा होती है. जबकि गूगल एंड्राइड ऑटो सिस्टम को लगभग 17 कार कंपनियां जैसे शेरवले, होंडा, हुंडई और मर्सिडीज बेंज जैसी कंपनियां कर रही हैं. इसमें वैज ट्रैफिक और नेविगेशन प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है.

अमेरिकी बाजार में उतरने की कवायद

चीन में एप्पल और गूगल पर बैन की वजह से अलीबाबा के यून सिस्टम को फायदा हो सकता है. अलीबाबा टेक्नोलॉजी कमिटी के प्रमुख वांग जिआन के मुताबिक, युन ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए कुछ और कार निर्माता कंपनियों से बात चल रही है. कंपनी इस सिस्टम को अमेरिका में भी प्रमाण दिलाने के लिए काम कर रही है.

विदेशी कार कंपनियां नहीं करेंगी इस्तेमाल

शंघाई में आईएचएस ऑटोमोटिव के विश्लेषक माइकल लियु ने कहा, युन ऑपरेटिंग सिस्टम का चीन में स्मार्ट कारों में इस्तेमाल होगा. लेकिन विदेशी कार कंपनियां अगले कुछ सालों तक अलीबाबा के ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल अपनी कारों में नहीं करेंगी.

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