लैपटाप हमारी जिंदगी का एक जरूरी हिस्सा बन गया है. लैपटाप को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना काफी आसान होता है. इसके जरिए आप कहीं भी बैठकर अपने सारे काम आसानी से कर सकते हैं. ज्यादातर कंपनियां दावा करती हैं कि उनके लैपटाप 4 से 6 घंटे की बैटरी लाइफ देंगे. लेकिन वास्तव में, लैपटाप का बैकअप टाइम पूरी तरह से आपके इस्तेमाल पर निर्भर करता है. नया लैपटाप खरीदने के बाद एक बार चार्ज करने पर वह 2-3 घंटे काम करता है. लेकिन 6 से 12 महीनों के बाद ही इन लैपटाप की बैटरी लाइफ कम हो जाती हैं, और ये 30 मिनट की ही बैटरी लाइफ देते हैं. लैपटाप का बैकअप टाइम पूरी तरह से आपके इस्तेमाल पर निर्भर करता है.
बैटरी बैकअप कम होने के कारण
- लैपटाप की बैटरी 1-2 घंटे में चार्ज नहीं हो रही हैं तो जांच लें कि कहीं बैटरी ओवरहीट तो नहीं हो रही है. अगर ऐसा है तो ओवरहीट होने की समस्या को नजरअंदाज न करें क्योंकि यह मुख्य कारण होता है आपके डिवाइस की बैटरी लाइफ के कम होने का.
- अगर आपके लैपटाप की बैटरी ज्यादा हिट हो रही हैं तो उसे तुरंत लैपटाप से निकाल के ठंडे स्थान पर रखें. बैटरी का रोज हिट होना सही नहीं है, हो सकता है कि आपकी बैटरी या चार्जर खराब हो.
- लैपटाप को ओवरचार्ज करना भी बैटरी के लाइफ को कम कर देता है. जैसे-जैसे इसकी बैटरी पुरानी होती जाती है, बार-बार पावर प्लग इस्तेमाल करने की जरूरत भी बढ़ती जाती है.
- बैटरी की उम्र को ध्यान में रखते हुए लैपटाप को अपग्रेड करने से बेहतर बैटरी बदलना होता है.
आज हम आपको आपके लैपटाप की बैटरी लाइफ को बढ़ाने के कुछ आसान उपाय बताएंगे.
तापमान का रखें ध्यान
ज्यादा तापमान और बढ़ती उम्र धीरे-धीरे बैटरी की परफार्मेंस को कम कर देते हैं. कम तापमान (30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर न हो) में डिवाइस का इस्तेमाल करने से उसकी लाइफ साइकल बेहतर होगी. आप अपने डिवाइस को गर्मी से बचाने की कोशिश करें. स्मार्टफोन के ज्यादा गर्म होने की समस्या से परेशान होना वाजिब है, लैपटाप में इस बात का ध्यान रखें कि आप कूलिंग पैड का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि सीपीयू वेंट से गर्म हवा आसानी से निकल जाए. धूल के कारण अक्सर लैपटाप का वेंट बंद होने लगता है जिस कारण से उसमें बने पंखों को ज्यादा काम करना पड़ता है. इसलिए सफाई रखें, खासकर धूल को ज़रूर हटाएं.
मुफ्त ऐप से बचें
विज्ञापन के साथ आने वाले ऐप्स आपके डिवाइस की बैटरी लाइफ औसतन 2.5 से 2.1 घंटे तक कम कर सकते हैं. ऐसा नहीं है कि सभी फ्री ऐप्स आपकी बैटरी पर असर डालते हैं, लेकिन अगर आपको उस पर कोई विज्ञापन नजर आए तो समझ लीजिए कि यह बैंडविथ और प्रोसेसर पर असर डालेगा ही. अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो वाई-फाई का कनेक्शन औफ कर दें.
लोकेशन ट्रैकिंग बंद कर दें
हाल ही में आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फेसबुक ऐप डिवाइस की बैटरी को जल्दी खत्म करता है क्योंकि यह बार-बार जीपीएस मौड्यूल का इस्तेमाल करके यूजर की लोकेशन जानता रहता है. ऐसे में जिन ऐप को आपके लोकेशन की जरूरत नहीं है, उनके लोकेशन ट्रैकिंग को औफ कर देने से जरूर मदद मिलेगी.
पूरी तरह चार्ज से बेहतर है थोड़ा-थोड़ा चार्ज करें
बैटरी को 100 फीसदी से सीधे ले जाकर शून्य पर खत्म करने से बेहतर है कि आप इसे 50 फीसदी तक ही डिस्चार्ज होने दें. 30 से 80 फीसदी के बीच का क्रम बनाए रखें. ऐसा करने से आपके बैटरी की लाइफ तीन गुना बढ़ जाएगी. बैटरी को कई साल तक इस्तेमाल करने योग्य बनाने कि लिए लेनेवो का सुझाव है कि आप चार्जिंग का पैटर्न 40 फीसदी से शुरुआत और 50 फीसदी पर बंद, तय कर दें.
डिस्प्ले की ब्राइटनेस कम रखें
यह सुझाव लैपटाप और मोबाइल डिवाइस पर लागू होता है. डिवाइस के इनएक्टिव रहने पर आपका डिस्प्ले कितनी देर तक आन रहे, यह कम करके और डिस्प्ले की ब्राइटनेस कम करके भी आप थोड़ी बैटरी बचा सकते हैं.
बैटरी चार्ज करते वक्त या वाई-फाई पर ऐप अपडेट करें
आमतौर पर कोई भी एक्शन जिससे प्रोसेसर या बैंडविथ पर दबाव पड़ता है, वह ज्यादा ही सीपीयू पावर लेगा. ऐसे मे बेहतर यह होगा कि एक्शन आम तौर पर स्थिर रहे और आप मोबाइल डेटा इंटरनेट के बजाय वाई-फाई का इस्तेमाल करे. आप अपने ऐप्स अपडेट को वाई-फाई पर शेड्यूल करें. अगर आपके डिवाइस में विकल्प मौजूद है तो सिर्फ चार्ज होते वक्त इसे शेड्यूल कर बैटरी लाइफ को बढा सकते है.
फ्लाइट मोड का इस्तेमाल करें
अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहां कोई नेटवर्क नहीं है तो बेहतर होगा कि आप फोन में एयरप्लेन मोड (फ्लाइट मोड) को आन कर दें क्योंकि आपका फोन ऐसी जगहों पर बार-बार नेटवर्क तलाश करेगा जिसका असर बैटरी लाइफ पर पड़ेगा.
लैपटाप से एक्सटर्नल ड्राइव को अलग रखें
अक्सर देखने में आता है कि लैपटाप यूजर्स USB डिवाइसेस जैसे पेन ड्राइव, एक्सटर्नल हार्ड डिस्क को लगातार अटैच करते है और अटैच ही रखते हैं. ये डिवाइसेस बैटरी के पावर को लगातार पावर को कम करती हैं. ऐसे में जब भी एक्सटर्नल डिवाइसेस का काम पूरा हो जाए तो उन्हें फौरन लैपटाप से रिमूव कर दें.
इन सुझावों का इस्तेमाल कर आप अपने फोन को पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर बैटरी लाइफ दे सकते है.