स्मार्टफोन का इस्तेमाल तो सभी करते हैं. आज स्मार्टफोन बच्चों से लेकर बड़ों तक की जरूरत है. स्मार्टफोन इस्तेमाल करते समय इसका खराब होना भी आम बात हो गई है. अगर स्मार्टफोन में जरा सा भी कुछ हो जाए तो हमारा पूरा ध्यान उसी पर लगा रहता है. मन में बस यही आता है कि किसी तरह हमारा फोन ठीक हो जाए.

लेकिन क्या आप जानते हैं ज्यादातर फोन, कंपनी की गलती से नहीं, बल्कि यूजर की गलती से खराब होते हैं? आज हम कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे अक्सर जाने-अनजाने में हम और आप करते हैं और इसका असर स्मार्टफोन पर होता है.

फोन में किसी भी चार्जर और ईयरफोन का उपयोग

फोन को चार्ज करने के लिए या फिर गाने सुनने के लिए हम किसी के भी चार्जर या ईयरफोन को अपने फोन से कनेक्ट कर देते हैं लेकिन आपको शायद नहीं मालूम इससे फोन को नुकसान ही होता है. किसी का पिन ढीला होता है तो कोई जल्दी लगता नहीं है ऐसे में फोन स्लाट खराब हो सकता है और फोन को काफी नुकसान होने की भी संभावना होती.

रात भर चार्जिंग पर रखना

हालांकि, कुछ फोन में यह आप्शन होता है कि फुल चार्ज होते ही चार्जिंग बंद हो जाती है, लेकिन हमारे यहां बिजली की स्थिति बहुत अच्छी न होने के कारण पावर हमेशा एक समान नहीं रहता है. ऐसे में रात भर फोन को चार्जिंग में लगाने से फोन और चार्जर दोनों को नुकसान पहुंच सकता है.

मेटल कवर का उपयोग

वैसे तो आप फोन की सुरक्षा के लिए उसमें मेटल कवर लगाते हैं लेकिन आप शायद नहीं जानते कि इससे भी फोन को नुकसान होता है. मेटल कवर की वजह से आपके फोन में नेटवर्क की समस्या हो सकती है. ऐसे में जब भी आप अपने फोन में कवर लगाते हैं उसे अच्छी तरह देख लें ओर हो सके तो कंपनी द्वारा लॉन्च किए गए कवर का ही उपयोग करें.

पसीना आए तो न करें इस्तेमाल

गर्मियों के दिनों में पसीना आना आम बात है. पसीना आते वक्त आप फोन पर बात करते हैं तो ये भी आपके मोबाइल के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है. उस कंडीशन में आपके फोन में आपका पसीना जा सकता है और आपका स्पीकर खराब हो सकता है.

कहीं से भी एप इंस्टाल करना

एंड्रायड फोन में कभी ब्लूटूथ, कभी किसी पीसी से, तो कभी कार्ड से एप इंस्टाल कर लेते हैं, लेकिन यह नहीं जानते कि कितनी बड़ी भूल कर रहे हैं, क्योंकि इससे थर्ड पार्टी एप स्टोर और साइड लोडिंग की वजह से फोन में वायरस आने का खतरा होता है.

डैशबोर्ड पर फोन रख देना

अक्सर लोग कार के डैशबोर्ड पर फोन रख देते हैं. वे यह नहीं जानते कि ऐसा करना कितना नुकसानदेह है. कार का डैशबोर्ड अक्सर गर्म होता है, जिससे फोन की बैटरी कैपेसिटी कम हो जाती है. यदि ज्यादा गर्म हुआ तो फिर फटने का भी डर रहता है. वहीं गाड़ी मुड़ने के क्रम में गिरने का भी डर रहता है, इसलिए फोन को डैशबोर्ड पर न रखें.

कहीं भी फोन रख देना

फोन रखने को लेकर लोग लापरवाह होते हैं. जहां बैठते हैं वहीं रख देते हैं. रखने से पहले यह नहीं देखते कि नीचे का सर्फेस कैसा है. सख्त सर्फेस पर कैमरे और बाडी पर स्क्रैच पड़ने का खतरा होता है.

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