आज ज्यादातर एंड्रायड यूजर्स अपने स्मार्टफोन में सी क्लीनर ऐप रखते हैं. स्मार्टफोन को साथ ही इस एप का प्रयोग कंप्यूटर में भी किया जाता है. चूंकि यह पापुलर है और ज्यादातर स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल किया जाता है. लोग इस पर काभी भरोसा भी करते हैं इसलिए यह हैकर्स के लिए साफ्ट टार्गेट का काम कर रहा है.

गौरतलब है सी क्लीनर जंक फाइल्स डिलीट करने के अलावा भी यह कई काम करता है. यह सिस्टम का कैशे क्लियर करता है. सी क्लीनर यानी क्रैप क्लीनर को कूकीज और हिस्ट्री क्लियर करने के लए भी मोबाइल में इस्तेमाल किया जाता है. यह सिक्योरिटी और एंटी वायरस साफ्टवेयर अवास्त का हिस्सा है.

आपको बता दें कि हैकर्स ने सी क्लीनर की सिक्योरिटी को भेदते हुए इस ऐप में मैलवेयर को इंजेक्ट किया है. सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने एक अवास्त (Avast) के डाउनलोड सर्वर को ढूंढा जहां सी क्लीनर के अंदर मैलवेयर पाया गया. बताया जा रहा है कि इससे अबतक 10 लाख से भी ज्यादा यूजर्स प्रभावित हो चुके हैं.

सिस्को तालोस सिक्योरिटी टीम ने कहा है कि सी क्लीनर वर्जन 5.33 में मल्टी स्टेज्ड मैलवेयर पेलोड हैं जो सी क्लीनर के इंस्टाल के समय आपके स्मार्टफोन में आते हैं. सी क्लिनर दुनिया भर में लगभग 2 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है. सिक्योरिटी रिसरचर्स का कहना है कि यह मैलवेयर अटैक काफी चौंकाने वाला है, क्योंकि सी क्लीनर जैसा साफ्टवेयर पर करोड़ों लोग भरोसा करते हैं और इसे सिस्टम से क्रैपवेयर हटाने के लिए इस्तेमाल करते हैं.

क्या करता है ये मैलवेयर और आपको क्या है नुकसान?

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