फेसबुक दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट है जिसे करोड़ो लोग अपने प्रयोग में लाते हैं. फेसबुक अपने यूजर्स की प्राइवेसी को गंभीरता से लेते हुए हर रोज नए प्राइवेसी टूल्स उपलब्ध करा रहा है. पर इन सबके बावजूद हैकर्स बड़ी आसानी से यूजर्स के फेसबुक अकाउंट को हैक कर लेते हैं और इसकी जानकारी यूजर्स को नहीं होती है.
ऐसे में हम इस खबर में हैकर्स द्वारा अकाउंट हैक करने करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों के बारे में बता रहे हैं. इन बातों को जानकर आप अपने अकाउंट को ज्यादा सिक्योर रख सकते हैं.
फेसबुक फीशिंग अटैक
किसी फेसबुक अकाउंट को हैक करने के लिए फिशिंग अटैक एक आसान तरीका है. इसके लिए हैकर्स एक फेक लौगिन पेज बनाता है जो कि बिल्कुल रियल फेसबुक पेज की तरह ही दिखता है. इसके बाद, हैकर्स दूसरे यूजर को इसे लौग इन करने के लिए कहता है. यूजर द्वारा एक बार फेक पेज को लौगइन करने के बाद उसके ईमेल एड्रेस और पासवर्ड को टेक्स्ट फाइल में स्टोर कर लिया जाता है. अब हैकर टेक्स्ट फाइल को डाउनलोड करने करने के बाद यूजर के फेसबुक पेज को हैक कर लेता है.
इससे कैसे बचें
- किसी दूसरे डिवाइस से फेसबुक अकाउंट को लौगइन न करें.
- हमेशा क्रोम बाउजर का इस्तेमाल करें.
- ऐसे ईमेल्स को नजरअदांज करें जो आपको फेसबुक अकाउंट को लौगइन करने को कहे.
की लौगइन के जरिए
की लौगिंग एक फेसबुक पासवर्ड हैक करने का सबसे आसान तरीका है. की लौगर मूल रूप से एक छोटा सा प्रोग्राम है, जिसे यूजर के कंप्यूटर पर इंस्टौल कर देने के बाद यह आपकी सारी डिटेल्स को रिकौर्ड करता है. इसके बाद, यूजर्स की डिटेल्स हैकर्स को FTP के जरिए या फिर सीधे हैकर्स के ईमेल एड्रेस में भेजी जाती है.