इंटरनेट और डिजिटल दुनिया में आपके हर कदम की निगरानी रखी जाती है. गूगल आपकी सभी जानकारियों को न सिर्फ ट्रैक करता है बल्कि वो इसका डेटा भी अपने पास सेव करके रखता है.

इसकी खास वजह यह है कि गूगल यूजर्स की पसंद को ट्रैक कर उन्हें उनके मुताबिक चीजों का विज्ञापन दिखाती है. अगर आप चाहते हैं कि इससे बचे तो चलिये जानते हैं प्रक्रिया.

गूगल को पता है हर ‘राज’
गूगल आपको ट्रैक कर आपके सभी राज जान लेता है. यह मामला पूरी तरह से कमर्शियल होता है. यानी गूगल आपकी जानकारियों को ट्रैक कर पैसे बनाती है. आपको बता दे कि, सर्च इंजन गूगल के रेवेन्यू में विज्ञापन का एक बड़ा हिस्सा है. इसलिए गूगल आपकी सर्च, वौयस सर्च, लोकेशन चेंजेज को गूगल ट्रैक कर अपने पास स्टोर करता है.

आपकी आवाज होती है रिकौर्ड
अगर आप गूगल में वौयस सर्च का इस्तेमाल करते हैं तो आपको बता दे कि गूगल इसकी भी जानकारी रखता है. गूगल आपके वौयस रिकौर्ड कर अपने पास स्टोर करता है. एक यूजर के रूप में आप इन सभी रिकौर्ड्स को ब्राउजिंग कर सुन सकते हैं. इसके लिए गूगल का कहना है कि वह अपनी भाषा और रेकग्निशन टूल्स को पहले से बेहतर बनाने के लिए वायर रिकौर्ड करती है. जिससे आपके सर्च रिजल्ट को और भी बेहतर बनाया जा सके.

लोकेशन ट्रैक करने से बचें
टेक्नोलौजी के बढ़ते दौर ने हमारे लिए कई चीजों को आसान बना दिया है. इसका फायदा उठाने के लिए हम कभी-कभी अपनी प्राइवेसी से भी समझौता कर लेते हैं. गूगल आपके सफर को तो आसान बनाता है लेकिन साथ ही आपकी हर लोकेशन को आसानी से ट्रैक भी कर लेता है. अगर आप चाहते हैं कि गूगल आपकी लोकेशन के बारे में न जान पाए तो इसके लिए आपको लोकेशन ट्रैकिंग से बचना चाहिए. इसके लिए अपने फोन की सेटिंग एप्लिकेशन में जाकर प्राइवेसी एंड सेफ्टी औप्शन पर जाएं. यहां आपको लोकेशन का एक विकल्प दिख रहा होगा उसे टर्न औफ कर दें. ऐसा करने से गूगल आपकी लोकेशन को ट्रैक नहीं कर पाएगा.

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