सभी पानी पीपी कर सरकार को कोस रहे थे. यह भी कोई बात हुई कि शहर के किसी ओनेकोने में जरा सा फसाद हुआ नहीं कि इंटरनैट बंद. आज नैट के बिना जनता की जान हलक में आ जाती है, यह नहीं सोचती वह.