सपनों की बगिया : क्या सुजाता अपने ससुरालवालों को बदल पाई ?
ऊंची जाति की सुजाता ने निचली जाति के प्रेमी से विवाह का जो सपना मन में संजोया था वह बिखरने लगा था. सभी लोग अपनी ही धुन में रमे हुए थे. लेकिन सुजाता सिद्ध करने में लगी थी कि सब बराबर के होशियार हैं.