नीता अपनी बेटी के साथ मुंबई के एलटीटी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की प्रतीक्षा कर रही थी. उसी दौरान नीता की नजर एक ऐसे शख्स पर गई, जो उसे जानापहचाना सा लगा था, पर वह शख्स उसे पहचान नहीं पाया. उस शख्स के हाथ में एक बैग था, जिसे वह अपने बगल में दबाए था. आखिर क्या