वासुदेव बैंक का एक ईमानदार औफिसर था. उसे अपने काम के लिए पुरस्कृत भी किया गया था, बावजूद उस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया. आखिर कौन थे वे लोग जो नहीं चाहते थे कि वासुदेव ईमानदारी से काम करें? क्या हुआ जब उसे खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए दरदर भटकना