"पापा ने मरते समय मुझ से वादा लिया था, मैं ज्योति का अच्छे से ध्यान रखूं,उस की हर इच्छा का खयाल रखूं. और उस की इच्छा तुम हो, आनंद."
"पागल तो नहीं हो गई हो तुम, क्या बोल रही हो, जरा सोचो."
"सही सोच रही हूं आनंद. तुम से अच्छा लड़का ज्योति के लिए कहां मिलेगा मुझे?"
"शटअप छाया, पागल मत बनो. ज्योति से मैं 8 साल बड़ा हूं."
"मेरी मां, मेरे पापा से 9 साल छोटी थीं."
"ओह माई गौड, क्या हो गया तुम्हें, आई लव यू ओनली."
"बट, ज्योति लव्स यू."
"उसे हमारे बारे में नहीं पता है, सब सच बता दो उसे. तुम्हारे पापा का आशीर्वाद भी मिल चुका है हमें. हम तो शादी करने वाले थे. जब वह यह सब सच जानेगी तब वह सब समझ जाएगी."
"वह दिनभर, बस, तुम्हारी बातें किया करती है. तुम ने पढ़ाते समय उसे जो उदाहरण दिए हैं, उन्हें उस ने जीवन के सूत्र बना लिए हैं. वह बच्ची है आनंद, सच जान कर उस का दिल टूट जाएगा. वह बिखर जाएगी. वह तुम्हें बहुत चाहने लगी है आनंद."
"इस का मतलब?"
"मतलब यह है, ज्योति तुम को चाहती है और मैं ज्योति को तुम्हें सौपना चाहती हूं."
नहीं, छाया नहीं, मैं जीतेजी मर जाऊंगा. तुम इतनी कठोर कैसे हो सकती हो, क्या तुम्हारा प्यार झूठा था, नकली था? तुम ऐसा सोच भी कैसे सकती हो?" आनंद बिफर गया.
"तुम ने अभीअभी मेरी हर समस्या का हल निकालने की बात कही थी, और अब मुकरने लगे," छाया ने बिलकुल शांत स्वर में कहा.
"मतलब, तुम मेरे बिना रह लोगी?" आनंद ने व्यंग्य करते हुए कहा.
"यह मेरे सवाल का जवाब नहीं है," छाया ने फिर अपनी बात रखनी चाही.
"तुम मुझे प्यार नहीं करती न," आनंद बात से हटना चाह रहा था.
"यही समझ लो, ज्योति तो करती है न."