केशव नीरा पर मोहित था और नीरा भी उसे चाहती थी. दोनों छिपछिप कर मिलते और मजे करते. मगर राज पर से परदा हटना बाकी था और जब सबकुछ सामने आ गया तो फिर वही हुआ जिस की उम्मीद न थी...