कुछ बातें याद रखता हूं
कुछ मुलाकातें याद रखता हूं
कुछ चेहरे याद रखता हूं
कुछ पहरे याद रखता हूं
कुछ माफियां याद रखता हूं
कुछ बेवकूफियां याद रखता हूं
कुछ चोरी याद रखता हूं
कुछ सीनाजोरी याद रखता हूं
कुछ मुस्कराहट याद रखता हूं
कुछ आहट याद रखता हूं
कुछ आंखें याद रखता हूं
कुछ जज्बात याद रखता हूं
कुछ ताने याद रखता हूं
कुछ फसाने याद रखता हूं
जब तक है कुछ यादें तेरी…
तब तक और सिर्फ तब तक
कुछ सांसें याद रखता हूं…
– विकास कुमार महतो
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