खुद को पाना है तो

उस के लिए तमन्ना करना

ये मोहब्बत है

मोहब्बत की तुम खता करना

चांद की रात है

शायद वो बाम पे आए

घर के जीने पे दीया इक तुम जला रखना

कैसे मेहंदी रचे हाथों से वो दस्तक देगी

रात में घर के किवाड़ों को

तुम खुला रखना

वो भी शबनम की तरह रात में न रो जाए

अश्क मोती है, रुलाने की मत खता करना

वो जुदा होके भी, हम से जुदा नहीं होगी

दिल में रहती है

खयालों से मत जुदा करना

वक्त किसकिस को बताए कि

प्यार नेमत है

बांट देने से ये बढ़ती है, मत बचा रखना.

- राकेश भ्रमर

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
 

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
  • 24 प्रिंट मैगजीन
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...