अपनी नीरस जिंदगी से निर्मल ऊब गया था. उसे ऐसा लगता जैसे वह जीताजागता आदमी नहीं, बल्कि कोई मशीन हो. हताश हो कर वह सारे बंधन तोड़ देना चाहता था कि तभी...