पत्नी के निधन पर वे शायद उतना नहीं टूटे थे, जितना उन की बेटीदामाद की सड़क दुर्घटना में मौत ने उन्हें तोड़ दिया था. और इस के बाद तो उन की रचनाओं में करुणा का विस्फोट ही होने लगा था.