तीसरेचौथे दिन रीना पहले की तरह ही केशव के साथ घुलमिल कर बातें कर रही थी, जिसे देख कर मुझे स्वयं पर ही घिन आने लगी कि कैसे गंदे लोगों के साथ काम करता हूं.