अपने जन्मस्थान पहुंचे गुरजीत को घर, खेतखलिहान, नहर और लोगों को देख कर मोह की अनुभूति हुई. पर इतने सालों में वहां की मिट्टी में जो बदलाव आया था, क्या वह उसे रास आया?