बरसों से सजा पोते की शादी का ख्वाब वाकई आज सच होने जा रहा था. तभी फिजां में स्वरलहरी गूंज उठी. उन्हें लगा कि उन के साथसाथ पूरी कायनात मुसकरा रही थी.