कमाल और कल्कि ने वंशा को हैरतभरी नज़रों से देखते हुए आंखों में ही सवाल किया कि क्या कह रही हो. उस ने इतराते हुए इशारा किया कि बाद में बताएगी और धीरे से सब से छिपा कर विक्ट्री का साइन बना दिया.