समय तो बारिश का पानी है जबकि परिश्रम कुएं का जल. बारिश में नहाना आसान तो है लेकिन रोज नहाने के लिए हम बारिश के सहारे नहीं रह सकते, वहीं, समय से कभीकभी चीजें मिल जाती हैं किंतु हमेशा उस समय का इंतजार तो नहीं कर सकते; सुमित्रा ने अपना मत जाहिर कर दिया था.