आरोही और अविरल की पसंद और नापसंद बिलकुल अलगअलग थीं, फिर भी आरोही अपनी तरफ से रिश्ता बनाए रखने का भरपूर प्रयास कर रही थी लेकिन अविरल की बेरुखी और उस का खुद का अकेलापन उसे अब किसी अनजान राह की ओर ले जाने लगा था.