क्रिकेट के मैदान पर सबसे बोरिंग जौब शायद अंपायरों की होती है. उन्हें सारा वक्त मैदान पर बने रहना होता है और कुछ इशारे करने होते हैं. हालांकि, उनका जौब खिलाड़ियों से किसी भी मायने में कमतर नहीं होता है, क्योंकि उन्हें खेल की बारीकियों पर लगातार नजर बनाकर रखनी होती है और औन द स्पौट सही फैसले देने होते हैं. उनका एक गलत निर्णय मैच का पूरा रुख पलचर कर रख देता है. अंपायर को अपने एक गलत फैसले की वजह से ना जाने कितनी आलोचना सहनी पड़ती है. ऐसे में मैदान पर अंपायर का सीरियस रहना बहुत जरूरी है.
लेकिन एक अंपायर ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने इस बोरिंग जौब को काफी मजेदार बना दिया. इस अंपायर का नाम है बिली बाउडेन. जिसने कभी भी क्रिकेट मैच देखे हैं या क्रिकेट को फौलो किया है, वह अम्पायर बिली बाउडन के नाम से अवश्य वाकिफ होगा. बिली बाउडन अपने असामान्य अम्पायरिंग स्टाइल के लिए जाने जाते हैं.
वह अब तक, 20 साल के अपने अम्पायरिंग करियर में 200 वनडे और 84 टेस्ट मैचों में अम्पायरिंग कर चुके हैं. बिली को अपने असामान्य, मनोरंजक मैनरिज्म के लिए जाना जाता है. मिसाल के तौर पर खिलाड़ी को आउट करार देने के लिए वह अपनी उंगली को एक अलग तरह से उठाते हैं.