ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बाद विश्व की तीसरी ड्रॉप-इन पिच तिरुवनंतपुरम के कारियावाटोम ग्रीनफील्ड स्टेडियम में लाई जाएगी. केरला स्पोर्ट्स फेसीलिटी लीमिटेड (केएसएफएल) के डायरेक्टर अनिल कुमार पानडाला ने कहा कि इसकी घोषणा केरल क्रिकेट संघ (केसीए) और केएसएपएल के बीच हुए समझौते के बाद की गई है. केएसएफएल स्टेडियम की देखरेख करती है और 180 दिनों तक इसे उपयोग में ले सकती है.

पानडाला ने कहा, “इसका खर्च हमें तकरीबन आठ से दस करोड़ का आएगा. हमें उम्मीद है कि यह अगले साल तक तैयार हो जाएगी. जब यह पूरी हो जाएगी तो यह तीसरा मैदान होगा जहां इस तरह की पिच का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे पहले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) और न्यूजीलैंड के ईडन पार्क मैदान पर इसका इस्तेमाल किया जा चुका है. यह स्टेडियम तभी चल पाएगा जब हमें इस तरह की सुविधा मिलेगी.”

इस मैदान को 375 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. इस स्टेडियम की क्षमता 50,000 दर्शकों की है. इसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा से मान्यता प्राप्त है.

केसीए के अध्यक्ष टी.सी. मैथ्यू ने कहा, “केसीए का यह अनुबंध अगले 11 साल के लिए है. हम इस स्टेडियम को साल में 180 दिनों तक उपयोग में ले सकते हैं. इससे पहले इस शहर में 1989 में अंतर्राष्ट्रीय मैच आयोजित किया गया था. हमें उम्मीद है कि हम इस साल अंतर्राष्ट्रीय मैच का आयोजन कर सकेंगे. यह अगले आईपीएल में आयोजन स्थल भी होगा.”

क्या होती है ड्रॉप-इन क्रिकेट पिच

ड्रॉप-इन क्रिकेट पिच वह होती हैं जिन्हें कहीं और बनाया जाता है और मैच से पहले एक निश्चित जगह पर लाया जाता है. इस सुविधा से मैदान में दूसरे अन्य खेल भी आयोजित किए जा सकते हैं.

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